इन दिनों देश का सबसे स्वच्छ शहर इंदौर भारी बारिश से जूझ रहा है. शहर पर बारिश कुछ इस तरह से कहर बनकर बरसा है कि कई इलाके पानी में समा गए हैं. सड़कों का हाल यह है कि वह नदियों में तब्दील हो गईं हैं. कई सड़कें इस तरह पानी से भर गईं और सड़क पर पानी इतना तेज बहने लगा था कि कारें तक पानी के बहाव के आगे नहीं टिक पाई. कई इलाकों में तो पानी के बहाव में कार के साथ-साथ कार में सवार लोग भी बह गए. हालांकि, कार के साथ बहने वाले लोगों को बाद में स्थानीय लोगों ने बाहर निकाल लिया. इंदौर के महापौर पुष्य मित्र भार्गव भी मौके पर पहुंचे और उन्होंने कंट्रोल रूम का सहारा लेकर नगर निगम के दलों को बारिश में बचाव कार्य के लिए लगाया गया.
भारी बारिश के बाद कई निचले इलाके जलमग्न हो गए. मध्य प्रदेश के खरगोन जिले के एक जंगल में बारिश के बाद अचानक पानी बढ़ने से कम से कम 14 कारें बह गईं, जबकि करीब 50 लोग को सुरक्षित स्थानों पर जाना पड़ा. अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक जितेंद्र सिंह पवार ने कहा कि इंदौर जिले के सभी लोग रविवार शाम को बलवाड़ा थाना क्षेत्र के कटकूट जंगल में सुकड़ी नदी के पास पिकनिक का आनंद ले रहे थे. क्षेत्र में बारिश के बाद नदी का जलस्तर अचानक बढ़ गया.
अधिकारी ने कहा कि पिकनिक मनाने वाले अपनी कारों और एसयूवी को पीछे छोड़कर खुद को बचाने के लिए जंगल में ऊंचे स्थानों पर चले गए. उन्होंने कहा कि कुछ एसयूवी समेत कम से कम 14 कारें पानी में बह गईं. सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और स्थानीय ग्रामीणों के ट्रैक्टरों की मदद से 10 कारों और एसयूवी को बाहर निकाला. अधिकारी ने कहा कि तकनीकी खराबी के कारण कारें शुरू नहीं हो सकीं क्योंकि वाहनों में पानी घुस गया था. उन्होंने कहा कि पिकनिक मनाने वालों को बाद में अन्य वाहनों से उनके घर भेज दिया गया.
ऐसा नहीं है कि मध्य प्रदेश में इस तरह की यह कोई पहली बारिश है. वर्ष 2020 में मध्य प्रदेश के कई जिलों में बादल जमकर बरसे थे, खासकर राजधानी भोपाल और देश से सबसे साफ शहर इंदौर का बारिश से बुरा हाल था. भोपाल में उस दौरान एक दिन में 8.5 इंच बारिश हुई थी, जो 14 साल बाद अगस्त में एक दिन में हुई बारिश का रिकॉर्ड था. वहीं इंदौर में 100 साल में पहली बार एक दिन में 12.5 इंच पानी बरसा था.
VIDEO: इंदौर में बारिश से मचा हाहाकार, सड़कों पर पानी में बहती नजर आई गाड़ियां