सीनियर सिटीजन की छूट वापस लेकर रेलवे को हुआ कितने का फायदा, सरकार ने दी यह जानकारी

रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने लोकसभा में बताया कि रेलवे ने 2022-23 में टिकटों पर 56 हजार 993 करोड़ रुपये का अनुदान दिया. यह एक टिकट के मूल्य के करीब 46 फीसदी के बराबर है.साल 2020-2021 से 2024-25 में (अक्तूबर 2024) तक 2230.7 करोड़ यात्रियों ने यात्रा की.

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नई दिल्ली:

रेल मंत्रालय ने एक बार फिर नहीं बताया है कि उसने ट्रेन में वरिष्ठ नागरिकों को मिलने वाली सुविधाएं खत्म कर कितने पैसे बचाए हैं. दरअसल लोकसभा में इसको लेकर एक सवाल पूछा गया था. वाईएसआर कांग्रेस पार्टी के मगुंटा श्रीनिवासलु रेड्डी और माकपा के एस वेंकटेशन ने जानना चाहा था कि सरकार ने पिछले पांच सालों में कितने वरिष्ठ नागरिकों ने रेल से यात्रा की है. उन्होंने सरकार से राज्य और जिले के मुताबिक आंकड़ा मांगा था. इन दोनों सांसदों ने सरकार से यह भी जानना चाहा था कि रेलवे ने वरिष्ठ नागरिकों को मिलने वाली सुविधाएं खत्म कर 2020-21 से 2023-2024 के बीच कितने रुपये की बचत की है. 

रेल मंत्री ने लोकसभा में क्या बताया

इन सवालों का जवाब लोकसभा में बुधवार को रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने दिया. उन्होंने बताया कि साल 2020-2021 से 2024-25 में (अक्तूबर 2024) तक 2230.7 करोड़ यात्रियों ने ट्रेनों में यात्रा की है. इनमें आरक्षित और सामान्य श्रेणी में यात्रा करने वाले यात्री   शामिल हैं. उन्होंने बताया कि रेलवे वरिष्ठ नागरिकों समेत सभी यात्रियों की सुविधा के लिए कई तरह की सुविधाएं उपलब्ध कराती है. उन्होंने बताया कि ट्रेनों में वरिष्ठ नागरिकों और 45 साल की महिलाओं के लिए लोअर बर्थ अपने आप आरक्षित कर दी जाती है. इसके लिए उन्हें बर्थ का चुनाव करने की जरूरत नहीं पड़ती है. इसके साथ ही यह बर्थों की उपलब्धता का भी मामला है. 

उन्होंने बताया कि वरिष्ठ नागरिकों, 45 साल से अधिक और गर्भवती महिलाओं के लिए द्वितिय श्रेणी के आरक्षित डिब्बों में छह-सात लोअर बर्थ, एससी थ्री में चार-पांच लोअर बर्थ, एसी-टू में तीन-चार लोअर बर्थ रिजर्व रखी जाती हैं.रेलवे के आरक्षण केंद्रों में वरिष्ठ नागरिकों और महिलाओं के लिए अलग से खिड़की की व्यवस्था होती है. 

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रेलवे टिकटों पर कितना अनुदान देता है

रेल मंत्री ने बताया कि रेलवे ने 2022-23 में रेल के टिकटों पर 56 हजार 993 करोड़ रुपये का अनुदान दिया है. यह अनुदान एक टिकट पर करीब 46 फीसदी के बराबर है, यानि की अगर एक टिकट पर 100 रुपये का खर्च आ रहा है तो यात्री से केवल 54 रुपये ही लिए जा रहे हैं. यह अनुदान सभी यात्रियों को दिया जा रहा है. इनके अलावा कई श्रेणियों में रेलवे छूट भी देता है. रेलवे द्विव्यांगों को चार श्रेणी में, 11 श्रेणियों और छात्रों को आठ श्रेणियों में छूट देता है. 

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