कृषि कानूनों (Farm Laws) को लेकर केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर (Narendera Singh Tomar) के ताजा बयान के बाद सियासत गर्मा गई है. कांग्रेस ने इस मुद्दे पर सरकार को फिर चेतावनी दी है. कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने शनिवार को ट्वीट कर सरकार को आगाह किया कि अगर सरकार ने इस मुद्दे पर फिर कदम आगे बढ़ाएंगे तो फिर आंदोलन होगा. फिर सरकार के अहंकार को हराने का काम किया जाएगा. राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा, देश के कृषि मंत्री ने मोदी जी की माफी का अपमान किया है-ये बेहद निंदनीय है. अगर फिर से कृषि विरोधी कदम आगे बढ़ाए तो फिर से अन्नदाता सत्याग्रह होगा-पहले भी अहंकार को हराया था, फिर हरायेंगे.!
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दरअसल, कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने महाराष्ट्र में एक कार्यक्रम में कहा है कि सरकार ने विवादित कृषि कानूनों के परिप्रेक्ष्य में कहा कि हमने एक कदम पीछे खींचा है, लेकिन फिर आगे बढ़ेंगे. इसे कृषि कानूनों को फिर से वापस लाने का संकेत माना जा रहा है. हालांकि तोमर ने सीधे तौर पर ये नहीं कहा. कृषि मंत्री ने कहा कि किसान देश की रीढ़ हैं, लेकिन कृषि क्षेत्र में निजी निवेश की जरूरत है. किसान मजबूत होगा तो देश भी मजबूत होगा.
इस बीच कांग्रेस के मीडिया विभाग के प्रभारी रणदीप सुरजेवाला ने एक अलग ब्यान में कि देश के कृषि मंत्री के खेती कानून वपास लाने के बयान से षड्यंत्र उजागर हुआ है. सुरजेवाला ने कहा - ''देश के कृषि मंत्री ने कहा है कि राज्यों के चुनावों के बाद नई शक्ल में कृषि कानून लाए जाएंगे. पिछले 75 सा में पहली बार 380 दिनों तक किसान आंदोलन चला और इसमें 700 किसान शहीद हुए, आखिर निरंकुश मोदी सरकार को झुकना पड़ा.''
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सुरजेवाला ने कहा कि संसद में कानून वपास लिए गए. कांग्रेस ने तब भी इसे राजनीतिक स्टंट बताया था. उन्होंने कहा कि भाजपा नेता कलराज मिश्र ने कहा था कि कानून किसी और शक्ल में फिर आएगा. 21 नवंबर को साक्षी महाराज ने कहा कि खेती कानून फिर वपास आएगा. कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा - ''अब कृषि मंत्री ने महाराष्ट्र में कहा कि तीनों काले कानून प्रगतिशील क़ानून थे. हमारा सवाल है कि अगर ये इतने अच्छे थे तो वपास क्यों हुए ?''
कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि कई लोगों को कानून हज़म नहीं हुए, ये बयान भी कृषि मंत्री ने दिया. तीसरी बात कही कि मोदी सरकार एक कदम पीछे हटी है वो कदम दोबारा बढ़ाएंगे. यानी कानून वपास आएंगे. सुरजेवाला ने कहा कि कांग्रेस का संकल्प है कि इस झूठ लूट की साजिश को फेल करेगी. देश की जनता और किसानों को यह देखना होगा कि आने वाले 5 राज्यों के चुनाव में भाजपा का सूपड़ा साफ होना चाहिए ताकि ये कानून चोर दरवाजे से वपास न लाये जाएं. लग यही रहा है कि सरकार पूंजीपतियों के दबाव में कानून वापस लाएगी.
कृषि कानूनों पर नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा- हम एक कदम पीछे हटे, लेकिन फिर आगे बढ़ेंगे