भारत जोड़ो यात्रा के दौरान शुक्रवार को राहुल गांधी दिवंगत पत्रकार की गौरी लंकेश की मां का हाथ पकड़कर चले. इस दौरान गौरी की बहन भी मौजूद थी. गौरी लंकेश कर्नाटक की ही निवासी थीं. उनकी पांच सितंबर 2017 की रात बेंगलुरु के राजराजेश्वरी नगर में उनके घर के पास गोली मारकर हत्या कर दी गई थी.
राहुल गांधी ने इंदिरा लंकेश और कविता लंकेश के साथ पदयात्रा की तस्वीर साझा करते हुए ट्वीट किया, ‘‘गौरी लंकेश सच के लिए खड़ी रहीं, गौरी लंकेश साहस के लिए खड़ी रहीं, गौरी लंकेश स्वतंत्रता के लिए खड़ी रहीं. मैं गौरी लंकेश और उनके जैसे अनगितन लोगों के लिए खड़ा हूं, जो भारत की सच्ची भावना का प्रतिनिधित्व करते हैं.''
उन्होंने कहा, ‘‘भारत जोड़ो यात्रा उनकी आवाज है और इसे चुप नहीं कराया जा सकता.'' गौरी लंकेश की हत्या का मुद्दा उठाने के साथ ही उन्होंने उद्योगपतियों की कर्जमाफी और किसानों की आत्महत्या से जुड़े मुद्दे उठाते हुए शुक्रवार को कहा कि एक देश में 'दो भारत' स्वीकार्य नहीं है.
इधर, कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि ‘भारत जोड़ो यात्रा' में कोई ‘नए राहुल गांधी' दिखाई नहीं दे रहे हैं, बल्कि यही ‘असली राहुल हैं' और आज देश को ऐसे ही एक नेता की जरूरत है, जो अपने आप को सर्वज्ञानी, सर्वव्यापी और सर्वशक्तिमान नहीं समझे तथा जनता की बात को सुने.
उन्होंने यह टिप्पणी उस वक्त की है जब इस यात्रा के दौरान बारिश में भीगते हुए भाषण देने, अपनी मां सोनिया गांधी के जूते का फीता बांधने और आम लोगों से सहजता से मिलने को लेकर राहुल गांधी की इन दिनों चर्चा और सराहना हो रही है.
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी बृहस्पतिवार को यहां 'भारत जोड़ो यात्रा' में शामिल हुईं थी और राहुल गांधी तथा अन्य 'भारत यात्रियों' के साथ पदयात्रा की थी.
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