कांग्रेस नेता राहुल गांधी की 'भारत जोड़ो न्याय यात्रा' आज बिहार में प्रवेश कर गई है. बता दें कि इससे पहले रविवार को कांग्रेस पार्टी बिहार के सत्तारूढ़ गठबंधन का हिस्सा थी, लेकिन अब विपक्ष में चली गई है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के एक दशक में पांचवीं बार इधर से उधर पहुंच गए हैं. राहुल गांधी की यात्रा, लोकसभा चुनावों से पहले समर्थन जुटाने के लिए कांग्रेस का एक प्रयास, 14 जनवरी को मणिपुर में शुरू हुई. पूर्वोत्तर से यात्रा करने के बाद, राहुल गांधी के ब्रेक लेने और दिल्ली के लिए उड़ान भरने से पहले यह यात्रा गुरुवार को बंगाल पहुंची.
नीतीश हुए पराए...
राहुल गांधी दिल्ली के लिए विमान में चढ़े, तो कांग्रेस बिहार में नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली महागठबंधन सरकार का हिस्सा थी. राहुल गांधी ने जब दो दिन के बाद यात्रा फिर से शुरू की, तब नीतीश कुमार उसी पद पर हैं, लेकिन उनके नए साथी भाजपा और जीतन राम मांझी की हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा हैं. नीतीश कुमार ने महागठबंधन से अलग होने पर यह भी आरोप लगाया था कि उन्हें 'भारत जोड़ा न्याय यात्रा' के बिहार में प्रवेश करने की जानकारी उन्हें नहीं दी गई है. इससे साफ जाहिर था कि नीतीश नाराज हैं. हालांकि, तेजस्वी यादव से उन्हें अभी तक उम्मीद है.
बिहार में ऐसे हुआ स्वागत
कांग्रेस की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह और पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेताओं ने बिहार में राहुल गांधी का स्वागत किया. यह 2020 के बिहार विधानसभा चुनाव प्रचार अभियान के बाद गांधी की पहली बिहार यात्रा है. ‘न्याय यात्रा' ने ऐसे समय में राज्य में प्रवेश किया जब कांग्रेस के पूर्व सहयोगी और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एक दिन पहले फिर से पाला बदलकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) में वापस चले गए.
किशनगंज में सार्वजनिक सभा को संबोधित करेंगे राहुल
कांग्रेस विधायक दल के नेता शकील अहमद खान ने बताया कि गांधी का किशनगंज में एक सार्वजनिक सभा को संबोधित करने का कार्यक्रम है, जिसके बाद मंगलवार को निकटवर्ती जिले पूर्णिया में एक बड़ी रैली और एक दिन बाद कटिहार में एक और रैली होगी. कांग्रेस की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह ने बताया कि राहुल गांधी बृहस्पतिवार को अररिया जिले के रास्ते पश्चिम बंगाल रवाना होंगे और कुछ दिनों बाद झारखंड के रास्ते फिर बिहार लौटेंगे.
नीतीश संग मंच साझा करने वाले थे राहुल गांधी!
कांग्रेस की प्रदेश इकाई के नेताओं के अनुसार, बिहार में पार्टी के गठबंधन सहयोगियों राष्ट्रीय जनता दल (राजद) अध्यक्ष लालू प्रसाद और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी-लेनिनवादी) के महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य को पूर्णिया की रैली में आमंत्रित किया गया है. कांग्रेस नेता प्रेम चंद्र मिश्रा ने 22 जनवरी को बताया था कि जनता दल-यूनाइटेड (जद-यू) अध्यक्ष नीतीश कुमार भी पूर्णिया में आयोजित रैली के दौरान राहुल गांधी के साथ मंच साझा करेंगे, लेकिन न्याय यात्रा के बिहार में प्रवेश करने से एक दिन पहले ही नीतीश राज्य में ‘महागठबंधन' और राष्ट्रीय स्तर पर विपक्षी गठबंधन इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस' (इंडिया) से नाता तोड़कर राजग में चले गए.
ये भी पढ़ें :- राहुल गांधी ने बंगाल से देशभर में अन्याय के खिलाफ लड़ाई का नेतृत्व करने की अपील की