नीट-यूजी (NEET-UG) में हुई धांधली को लेकर कांग्रेस नेता और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने केंद्र की मोदी सरकार (Modi Government) पर निशाना साधते हुए उसे डिबेट के लिए आमंत्रित किया है. उन्होंने छात्रों का पक्ष लेते हुए कहा कि केंद्र सरकार को इसकी जिम्मेदारी लेनी होगी और यह सुनिश्चित करना होगा कि किसी भी छात्र के भविष्य के साथ खिलवाड़ न हो.
राहुल गांधी ने कहा, “इंडिया गठबंधन पेपर लीक मुद्दे पर सरकार के साथ रचनात्मक बहस करना चाहता है. यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि हमें आज संसद में ऐसा करने की अनुमति नहीं दी गई. यह गंभीर चिंता का विषय है. हम प्रधानमंत्री से इस मुद्दे पर बहस करने और छात्रों को वह सम्मान देने का आग्रह करते हैं, जिसके वे हकदार हैं.“
उन्होंने कहा, “लोगों ने पेपर लीक कराने में हजारों करोड़ों रुपये पानी की तरह बहाए हैं, इससे विद्यार्थियों के सपनों पर पानी फिर गया है. विद्यार्थियों ने कई सालों तक एग्जाम की तैयारी की. लाखों विद्यार्थियों का सपना था कि वे नीट पास करके मेडिकल क्षेत्र में दाखिल हों, लेकिन उनके सपने को कुचल दिया गया, जो निंदनीय है.“
कांग्रेस नेता ने कहा कि, “कल मैंने खुद विपक्षी दलों की बैठक में इस मुद्दे को उठाया. मैंने कहा कि हम सभी को एकजुट होकर विद्यार्थियों के बीच एक संदेश पहुंचाना होगा कि हम उनके साथ हैं और उनके भविष्य की चिंता करते हैं. उनके बारे में सोचते हैं. उनके हितों के बारे में सोचते हैं. हमें उनकी फिक्र है. उन्हें घबराने की जरूरत नहीं है. हमने यह तय किया है कि हम लोग एक दिन ऐसा निकालेंगे, जिस दिन इस पर सभी एकजुट होकर व्यापक चर्चा करें, ताकि किसी नतीजे पर पहुंचा जा सके.''
उन्होंने कहा कि, ''हम चाहते हैं कि शांतिपूर्ण तरीके से इस पर चर्चा हो, ताकि विद्यार्थियों के हितों के बारे में सोचा जा सके. मैंने इस मुद्दे को बीते दिनों संसद में भी उठाया था, लेकिन आपको पता है कि मुझे बोलने का मौका नहीं दिया गया था, लेकिन मैं झुकने वाला नहीं हूं. मैं लगातार विद्यार्थियों के हितों के लिए कार्य करता रहूंगा, क्योंकि दो करोड़ विद्यार्थियों का भविष्य अधर में पड़ गया है.“
बच्चों का भविष्य अंधेरे में
कांग्रेस नेता ने कहा, “पिछले सात सालों में जिस तरह से पेपर लीक हुए हैं, उससे यह साफ जाहिर है कि यहां कोई बड़ा भ्रष्टाचार हो रहा है. इस पर शिकंजा कसने की आवश्यकता है. अब हम इस पर इसलिए चर्चा करना चाहते हैं, क्योंकि इन बच्चों के माता-पिता दर्द में हैं, क्योंकि उन्हें नहीं पता है कि उनके बच्चों के साथ क्या हो रहा है. उनका भविष्य कहां जा रहा है. आज इन बच्चों का भविष्य अंधेरे में है, जिसे देखकर मुझे पीड़ा होती है.“
राहुल गांधी ने पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए कहा, “मुझे यह जानकर पीड़ा हो रही है कि आखिर प्रधानमंत्री ने अब तक इस मामले पर किसी भी प्रकार की चर्चा-परिचर्चा क्यों नहीं कराई. इस पर उन्हें चर्चा करानी चाहिए. उन्हें अपनी राय व्यक्त करनी चाहिए, लेकिन अफसोस उन्होंने कुछ नहीं किया, इससे यह जाहिर होता है कि उन्हें बच्चों के भविष्य की चिंता नहीं है.“
यह भी पढ़ें -
"दागी दिन": पेपर लीक पर चर्चा के मुद्दे पर मल्लिकार्जुन खरगे बनाम जगदीप धनखड़