पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों में हार के बाद कांग्रेस कार्यसमिति (Congress Working Committee) की अहम बैठक से पहले राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) का महत्वपूर्ण बयान सामने आया है. गहलोत ने कहा है कि राहुल गांधी (Rahul Gandhi) को ही कांग्रेस का अध्यक्ष बनना चाहिए. कांग्रेस कार्यसमिति यानी सीडब्ल्यूसी की रविवार शाम को चार बजे बैठक होने वाली है. ये बैठक पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की करारी हार के बाद आयोजित की जा रही है. कांग्रेस के कई असंतुष्ट नेता पार्टी में सांगठनिक बदलाव की मांग कर रहे हैं. कांग्रेस में सामान्यतया सांगठनिक चुनाव सितंबर में प्रस्तावित थे, लेकिन माना जा रहा है कि इन्हें समय से पहले कराया जा सकता है. उत्तर प्रदेश, गोवा, मणिपुर, उत्तराखंड और पंजाब में कांग्रेस का प्रदर्शन बेहद निराशाजनक रहा है. पंजाब में तो कांग्रेस ने ही बुरी तरह सत्ता गंवा दी.
इस बैठक में कांग्रेस की विधानसभा चुनाव में हार की समीक्षा की जानी है. अशोक गहलोत ने एएनआई को दिए एक इंटरव्यू में कहा, ध्रुवीकरण की राजनीति बहुत आसान है. बीजेपी कांग्रेस को सोशल मीडिया पर मुस्लिम पार्टी बताने का दुष्प्रचार फैला रही है. जबकि हमारा उद्देश्य देश में एकता और अखंडता कायम रखने का है. चुनाव के दौरान धर्म का मुद्दा आगे रहा और रोजगार, महंगाई जैसे मुद्दों को बीजेपी ने पीछे रखा.
गहलोत ने कहा, वर्ष 2017 में कांग्रेस एकजुट थी और जीती. जब पंजाब में चन्नी को सीएम बनाया गया तो भी माहौल सकारात्मक था, लेकिन यह हमारी गलती थी कि आंतरिक मतभेद उभरे और हमें विधानसभा चुनाव में हार मिली. राजस्थान के मुख्यमंत्री ने कहा, पिछले तीन दशकों से कोई भी गांधी परिवार का सदस्य प्रधानमंत्री या मंत्री नहीं बना. यह समझना महत्वपूर्ण है कि गांधी परिवार कांग्रेस की एकजुटता के लिए अहम है.
कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक में हिस्सा लेने पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी औऱ महासचिव प्रियंका गांधी पहुंची हैं. उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत, पीएल पुनिया, पी चिदंबरम, आनंद शर्मा भी पहुंचे हैं. कांग्रेस के असंतुष्ट धड़े में शामिल गुलाम नबी आजाद भी पहुंचे हैं.