BJP के "भारत को बदनाम करने" के आरोपों पर राहुल गांधी ने किया पलटवार

राहुल गांधी ने इंडियन जर्नलिस्ट्स एसोसिएशन द्वारा आयोजित कार्यक्रम में संवाददाताओं से कहा, "मुझे याद है कि प्रधानमंत्री ने विदेश जाकर कहा था कि आजादी के 60 या 70 साल में कुछ भी नहीं किया गया है."

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राहुल गांधी ने बीजेपी के आरोपों पर पलटवार करते हुए पीएम मोदी पर निशाना साधा है.
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  • मैंने कभी अपने देश का अपमान नहीं किया - राहुल गांधी
  • राहुल गांधी के बयान पर बीजेपी-कांगेस में घमासान
  • दुनिया को संदेश दिया जा रहा कि भारतीय लोकतंत्र संकट में - रिजिजू
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नई दिल्ली:

विदेश में देश को बदनाम करने के आरोपों पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने बीजेपी पर पलटवार किया है. राहुल गांधी ने कहा कि यह पीएम नरेंद्र मोदी थे, जिन्‍होंने आजादी के बाद से देश की उपलब्धियों को बदनाम करके ऐसा किया. भाजपा ने राहुल गांधी के कैंब्रिज में दिए भाषण के बाद आरोप लगाया कि उन्‍होंने बार-बार चुनावी हार के बाद विदेशों में भारत को बदनाम किया है. राहुल गांधी ने शनिवार शाम को इंडियन जर्नलिस्ट्स एसोसिएशन (आईजेए) द्वारा आयोजित इंडिया इनसाइट्स कार्यक्रम में संवाददाताओं से कहा, "मुझे याद है कि प्रधानमंत्री ने विदेश जाकर कहा था कि आजादी के 60 या 70 साल में कुछ भी नहीं किया गया है."

इसके साथ ही राहुल गांधी ने कहा, "मुझे याद है कि उन्होंने कहा था कि एक दशक खो दिया है, भारत में असीमित भ्रष्टाचार है. विदेश में उनका यह कहना मुझे याद है. मैंने कभी अपने देश का अपमान नहीं किया. मुझे इसमें कोई दिलचस्पी नहीं है. मैं इसे कभी नहीं करूंगा. बेशक, बीजेपी को मेरी बात को तोड़मरोड़ कर पेश करना पसंद आया. यह ठीक है." 

उन्‍होंने कहा, "लेकिन तथ्य यह है कि जो व्यक्ति विदेश जाने पर भारत को बदनाम करता है, वह भारत का प्रधानमंत्री है . आपने उनका भाषण नहीं सुना है,  जहां उन्‍होंने कहा कि आजादी के बाद से भारत में कुछ भी नहीं किया गया है, हर भारतीय अपने माता-पिता, दादा-दादी का अपमान करता है?" 

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कांग्रेस ने पीएम मोदी की दुबई में अगस्‍त 2015 में की गई टिप्‍पणियों के लिए आलोचना की थी, जिसमें उन्‍होंने कहा था कि "पिछली सरकार से अनिर्णय, सुस्ती की समस्याएं विरासत में मिली हैं." 

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उस वर्ष मई में दक्षिण कोरिया की यात्रा के दौरान उन्होंने कहा था: "एक समय था जब लोग भारत में पैदा होने को लेकर पछताते थे और यह कहते हुए देश छोड़ते थे कि यह अच्छा नहीं है. वे बेहतर अवसरों के लिए जाना चाहते थे. अब, वे लोग कह रहे हैं कि वे वापस आने के लिए तैयार हैं, भले ही उनकी आय अन्य जगहों की तुलना में कम हो. मूड बदल गया है."

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कैंब्रिज में राहुल के भाषण पर बवाल 

कैंब्रिज विश्वविद्यालय में राहुल गांधी की टिप्‍पणी कि भारतीय लोकतंत्र पर हमला हो रहा है और उनके साथ कई राजनेता निगरानी में हैं, कांग्रेस और भाजपा के बीच नई तकरार का कारण बन गई है.  

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पूर्व कांग्रेस प्रमुख ने यह भी कहा था कि वह इजरायली स्पाइवेयर पेगासस के जरिए निगरानी में थे. उन्होंने भारतीय लोकतंत्र पर कथित हमले के पांच प्रमुख पहलुओं को सूचीबद्ध किया - मीडिया और न्यायपालिका पर कब्जा और नियंत्रण, निगरानी और धमकी, संघीय कानून प्रवर्तन एजेंसियों द्वारा जबरदस्ती, अल्पसंख्यकों, दलितों और आदिवासियों पर हमले और असंतोष को खत्‍म करना. 

राहुल गांधी के खिलाफ बीजेपी मुखर 

भाजपा के संबित पात्रा ने कहा, "एक बड़े विश्वविद्यालय में वह लोगों को भारत के बारे में बुरी बातें बता रहे हैं, जबकि पाकिस्तान भी अब वैश्विक मंच पर भारत के बारे में ये बातें कहने की हिम्मत नहीं करता है, गांधी ने इसे ऐसी जगह के रूप में पेश किया जहां अब लोकतंत्र नहीं है और न्यायपालिका से समझौता किया गया है." 

गांधी का नाम लिए बिना केंद्रीय कानून मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि देश के अंदर और बाहर दुनिया को यह बताने के लिए “सोचे-समझे प्रयास” किए जा रहे हैं कि भारतीय न्यायपालिका संकट में है. 

उन्होंने कहा, "दुनिया को संदेश दिया जा रहा है कि भारतीय लोकतंत्र संकट में है. यह देश की छवि खराब करने के लिए कुछ समूहों द्वारा जानबूझकर किया गया प्रयास है."

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