विजयादशमी का पर्व आज देश में पूरे उल्लास और परंपरागत श्रद्धाभाव के साथ मनाया जा रहा है. इस पर्व को बुराई पर अच्छाई की जीत के रूप में मनाया जाता है. मान्यता के अनुसार, आज के ही दिन भगवान राम ने बुराई के प्रतीक रावण का बध किया थी, इसी को याद करते हुए दशहरे पर रावण, कुंभकर्ण और मेघनाथ के पुतले का दहन किया जाता है. यह पुतले तैयार करने का काम कुछ दिन पहले से शुरू हो जाता है. इस बार मौसम की मार, विजयादशमी के पर्व के उत्साह को कुछ हद तक बेमजा कर रही है. बिहार की राजधानी पटना के गांधी मैदान में तेज हवा के चलते रावण का पुतला औंधे मुंह गिर गया.बाद में इस पुतले को वापस स्थापित किया गया.
उधर, यूपी सहित देश के कुछ स्थानों पर हुई बारिश के कारण रावण दहन वाले मैदानों में पानी भर गया है. रावण, कुंभकर्ण और मेघनाथ के पुतले भी बारिश के कारण भीग गए हैं. हापुड़ में कारीगरों की मेहनत पर आसमानी आफत ने 'पानी फेरने' का काम किया है. शहर के दिल्ली रोड पर स्थित रामलीला मैदान में स्थापित रावण, कुंभकर्ण और मेघनाथ के पुतले बारिश में भीग गए हैं. मैदान में जगह-जगह पानी जमा होने से कीचड़ हो गया है.
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