अमृतपाल सिंह के करीबी सहयोगी को पनाह देने वाला शख्स गिरफ्तार : पंजाब पुलिस

बठिंडा के एसएसपी गुलनीत खुराना ने कहा, "हम लोगों से आग्रह करते हैं कि अमृतपाल सिंह की गिरफ्तारी की फर्जी खबरों पर विश्वास न करें, जो सोशल मीडिया पर व्यापक रूप से प्रसारित की जा रही हैं."

विज्ञापन
Read Time: 26 mins
अमृतपाल सिंह के करीबी सहयोगी को पनाह देने वाले शख्स को पंजाब पुलिस ने गिरफ्तार किया है. (फाइल फोटो)
चंडीगढ़:

पंजाब पुलिस ने रविवार को पंजाब के लुधियाना जिले के खन्ना शहर से बलवंत सिंह को गिरफ्तार किया है. बलवंत सिंह पर आरोप है कि उसने कट्टरपंथी सिख उपदेशक और खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह के करीबी सहयोगी तेजिंदर सिंह गिल को शरण दी थी. खन्ना पुलिस ने कहा कि अमृतपाल सिंह के करीबी तेजिंदर सिंह गिल को शरण देने वाले बलवंत सिंह को गिरफ्तार कर लिया गया है. पुलिस ने कहा, "उससे पूछताछ जारी है." अमृतपाल सिंह और बलवंत सिंह के बीच अभी तक कोई संबंध नहीं पाया गया है.

फर्जी खबरों पर विश्वास न करें
खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह की कोर टीम के सदस्य तेजिंदर सिंह गिल उर्फ ​​गोरखा बाबा के मोबाइल फोन से बरामद आपत्तिजनक वीडियो खन्ना पुलिस ने शुक्रवार को जारी किए थे. वारिस पंजाब दे का मुखिया अभी भी राज्य पुलिस के जाल से बच रहा है. पंजाब पुलिस ने शनिवार को लोगों से कट्टरपंथी उपदेशक अमृतपाल सिंह की गिरफ्तारी की अफवाहों और सोशल मीडिया पर फैलाई जा रही फर्जी खबरों पर विश्वास न करने की अपील की. शनिवार को एक प्रेस ब्रीफिंग में बठिंडा के एसएसपी गुलनीत खुराना ने कहा, "हम लोगों से आग्रह करते हैं कि अमृतपाल सिंह की गिरफ्तारी की फर्जी खबरों पर विश्वास न करें, जो सोशल मीडिया पर व्यापक रूप से प्रसारित की जा रही हैं." उन्होंने इंग्लैंड, अमेरिका और कनाडा से "अफवाह फैलाने" का आरोप लगाया. एसएसपी ने कहा, "इंग्लैंड, अमेरिका और कनाडा में बैठे कुछ लोग सोशल मीडिया पर झूठी खबर फैला रहे हैं कि अमृतपाल को हिरासत में प्रताड़ित किया जा रहा है."

उत्तराखंड में अलर्ट
गुलनीत खुराना ने कहा, "शांति सुनिश्चित करने के लिए बठिंडा में पुलिस कर्मियों और बहादुरगढ़ के 140 सुरक्षाकर्मियों के साथ बीएसएफ की कंपनियों को वर्तमान में तैनात किया गया है." अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) वी मुरुगेसन ने शनिवार सुबह बताया कि कट्टरपंथी उपदेशक अमृतपाल सिंह के राज्य में प्रवेश करने की आशंका को लेकर उत्तराखंड में अलर्ट जारी किया गया है. मुरुगेसन ने कहा कि उन्हें पंजाब पुलिस से इनपुट मिला था कि खालिस्तान समर्थक अमृतपाल कार्रवाई के बाद पंजाब से भाग गया था. वह हरियाणा से उत्तराखंड में प्रवेश कर सकता है. उन्होंने एएनआई को बताया कि जांच और तलाशी चल रही है और उन जगहों पर सुरक्षा अलर्ट जारी किया गया है, जहां से वह राज्य में प्रवेश कर सकता है. अधिकारी ने कहा कि जिला पुलिस को भी सतर्क कर दिया गया है और सीमाओं पर सतर्कता बढ़ा दी गई है. पंजाब के मंगेवाल गांव निवासी तेजिंदर सिंह उर्फ ​​गोरखा बाबा को शुक्रवार को गिरफ्तार किया गया था.

Advertisement

जेल में सजा भी काट चुका है तेजिंदर
डीएसपी पायल हरसिमरत सिंह ने एएनआई को बताया, "तेजिंदर अक्सर अमृतपाल के साथ रहता था और अजनाला कांड में भी शामिल था. गोरखा बाबा लंबे समय तक अमृतपाल का गनमैन था. वह सोशल मीडिया पर भी सक्रिय रहता था, और हथियारों के साथ उसकी तस्वीरें सोशल मीडिया पर छाई रहती थीं. मलौद पुलिस स्टेशन में तेजिंदर के खिलाफ एक अलग मामला दर्ज किया गया था. पुलिस ने बताया कि उसके खिलाफ भारतीय दंड संहिता (आईपीएस) की धारा 107/151 के तहत कार्रवाई की गई है. डीएसपी ने कहा, "तेजिंदर के साथ गए दो अन्य लोगों को भी हिरासत में लिया गया है. उनसे पूछताछ की जा रही है." डीएसपी ने कहा कि तेजिंदर के खिलाफ मारपीट से लेकर शराब तस्करी तक के आपराधिक मामले दर्ज हैं और वह जेल में सजा भी काट चुका है.

Advertisement

दिल्ली से भी फरार होने की आशंका
अमृतपाल के राज्य में घुसने की कोशिशों की खबरों के बीच शुक्रवार को उत्तराखंड के देहरादून, हरिद्वार और उधमसिंहनगर जिलों में अलर्ट जारी किया गया. दिल्ली पुलिस और पंजाब पुलिस की एक टीम ने शुक्रवार को अमृतपाल के राष्ट्रीय राजधानी में प्रवेश करने की आशंका के मद्देनजर दिल्ली और उसकी सीमा में तलाशी अभियान शुरू किया. हालांकि, दिल्ली पुलिस ने बाद में कहा कि वारिस पंजाब के प्रमुख ने राष्ट्रीय राजधानी छोड़ दी होगी. 18 मार्च को पंजाब पुलिस ने अमृतपाल और उसके साथियों के खिलाफ एक ऑपरेशन शुरू किया. अमृतपाल के समर्थकों द्वारा 23 फरवरी को अमृतसर के बाहरी इलाके में अजनाला पुलिस स्टेशन में उनके एक करीबी सहयोगी लवप्रीत तूफान की रिहाई की मांग को लेकर वर्दीधारी कर्मियों के साथ झड़प के लगभग तीन सप्ताह बाद यह कार्रवाई हुई.

Advertisement

यह भी पढ़ें-
शिवाजी महाराज पर महाराष्ट्र के पूर्व राज्यपाल की टिप्पणी फौजदारी अपराध नहीं : अदालत
सावरकर हमारे आदर्श, उनका अपमान बर्दाश्त नहीं करेंगे : उद्धव ठाकरे की राहुल गांधी से दो टूक

Advertisement
Featured Video Of The Day
Maharashtra Cabinet Portfolio: Fadnavis-Shinde को 3-3 मंत्रालय, क्या है सरकार की रणनीती?
Topics mentioned in this article