पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान (Punjab Chief Minister Bhagwant Mann) ने छह जून को ऑपरेशन ब्लू स्टार (Operation Bluestar) की बरसी से पहले शनिवार को राज्य में कानून व्यवस्था की समीक्षा की और कहा कि शांति बनाए रखने के लिए पुलिस को हाई अलर्ट पर रखा गया है. उन्होंने कहा कि किसी भी कीमत पर, किसी को भी राज्य में शांति भंग करने की अनुमति नहीं दी जाएगी.
पंजाब को देश में एक शांतिपूर्ण और अग्रणी राज्य बनाने को लेकर राज्य सरकार की प्रतिबद्धता जताते हुए भगवंत मान ने कहा कि शांति भंग करने की कोशिश करने वाले किसी भी व्यक्ति से सख्ती से निपटा जाएगा.
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य की प्रगति और समृद्धि में बाधा डालने वाली कुछ ताकतें शांति को पटरी से उतारने की लगातार कोशिश कर रही हैं, लेकिन आम आदमी पार्टी (आप) सरकार इस तरह के किसी भी नापाक कदम को सफल नहीं होने देगी. मान ने कहा कि पंजाब पुलिस को हाई अलर्ट पर रखा गया है और राज्य में शांति बनाए रखने में उसकी सहायता के लिए केंद्रीय अर्धसैनिक बलों को तैनात किया गया है.
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उन्होंने कहा कि पंजाबियों को पंजाब में शांति, सांप्रदायिक सद्भाव और भाईचारे के मूल्यों को बनाए रखने के लिए राज्य को काले दिनों में वापस धकेलने के उद्देश्य से की जा रही सभी साजिशों को विफल करके पंजाब-विरोधी ताकतों को सबक सिखाना चाहिए.
पंजाब के मुख्यमंत्री ने छह जून को मनाए जाने वाले 'घल्लूघारा दिवस' से पहले राज्य में कानून-व्यवस्था की समीक्षा की. उन्होंने पुलिस और नागरिक प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की अध्यक्षता करते हुए राज्य भर में छह जून से पहले व्यापक सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित करने को कहा.
गौरतलब है कि भारतीय सेना ने जून 1984 में अमृतसर में स्वर्ण मंदिर परिसर में छिपे आतंकवादियों को बाहर निकालने के लिए ऑपरेशन ब्लू स्टार चलाया था.
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(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)