कांग्रेस (Congress) के वरिष्ठ नेता और पंजाब प्रभारी हरीश रावत (Harish Rawat) ने मंगलवार को राज्य के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह (Amrinder Singh) और प्रदेश कांग्रेस कमेटी (पीसीसी) के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू (Navjot Singh Sidhu) के बीच मनमुटाव की खबरों को खारिज कर दिया और कहा कि अगर दोनों नेताओं के बीच कोई विवाद है भी तो यह भविष्य में, पार्टी के लिए फायदेमंद होगा.
समाचार एजेंसी ANI से बात करते हुए रावत ने कहा कि लोग मानते हैं कि पंजाब में पार्टी के नेता लड़ रहे हैं क्योंकि 'बहादुर' नेताओं ने अपनी राय दृढ़ता से सामने रखी है. उन्होंने कहा, "पंजाब वीरों की भूमि है. वहां के लोग अपनी राय बहुत दृढ़ता से रखते हैं और ऐसा लगता है कि वे लड़ेंगे. लेकिन, ऐसा कुछ नहीं है. वे अपनी समस्याओं का समाधान खुद ढूंढ लेते हैं. पंजाब कांग्रेस अपने मुद्दों का समाधान स्वयं कर रही है. हम कुछ नहीं कर रहे हैं."
मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सिद्धू के बीच संबंधों के बारे में पूछे जाने पर रावत ने कहा, "अगर कोई विवाद होगा, तो यह कांग्रेस के लिए अच्छा होगा."
रावत ने किसानों के विरोध को लेकर हरियाणा और केंद्र की बीजेपी सरकार की भी आलोचना करते हुए कहा कि वह उनसे किए गए वादों को पूरा करने में विफल रही है. उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी "बड़े सपने" दिखाकर किसानों को लुभाती है लेकिन सत्ता में आने के बाद उनके हितों के खिलाफ काम करती है.
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रावत ने ANI से कहा, "बीजेपी किसानों और मजदूरों सहित आम लोगों को लुभाती है लेकिन जब उन्हें खुद को साबित करने का मौका मिलता है, तो वे इसके विपरीत काम करते हैं. आज किसानों की जमीन खतरे में है, किसानों की मंडी, एफसीआई खतरे में है और छोटी दुकानें खतरे में हैं." उन्होंने कहा कि हरियाणा में किसानों को पुलिस कार्रवाई का सामना करना पड़ा. उन्होंने आरोप लगाया, "हरियाणा किसानों पर अत्याचार का देश बन गया है."