पंजाब में सरकारी (Punjab Gov) योजनाओं का प्रचार बच्चों के क्वेश्चन पेपर के माध्यम से करने का मामला सामने आया है. सरकारी स्कूल के टीचरों को पांचवीं क्लास के छात्रों के लिए प्रश्न पत्र भेजा गया है, जिसमें सामाजिक सुरक्षा पेंशन में बढ़ोतरी पर राज्य सरकार का विज्ञापन भेजा गया है और नीचे उससे जुड़े प्रश्न पूछे गए हैं. दरअसल, ये प्रैक्टिस के लिए भेजा गया प्रश्न पेपर है, जिसमें शिक्षकों को छात्रों को ये पेपर बांटने के लिए कहा गया है ताकि बच्चे नेशनल अचीवमेंट सर्वे (एनएएस) के लिए तैयार किए जाएं. ये रविवार को एजुकेशन डिपार्टमेंट से जुड़े व्हाट्सऐप ग्रुप्स पर भेजा गया है.
अकाली दल के प्रवक्ता और पूर्व शिक्षा मंत्री ने ट्वीट किया है कि अपनी सामाजिक कल्याण योजनाओं का प्रचार करने के लिए बेताब पंजाब सरकार ने एक और नया तरीका निकाला है. उन्होंने वृद्धावस्था पेंशन योजना के प्रचार के लिए सरकारी स्कूलों के 5वीं कक्षा के छात्रों के मॉडल प्रश्न पत्रों को चुना है. सभी टीचरों को निर्देश दिया गया है कि वे इस प्रश्न पत्र का प्रिंट आउट छात्रों को सोमवार को दें, जब 3 से 5वीं तक के बच्चे सितंबर के मिड टर्म एक्जाम दे रहे होंगे. नवंबर में होने वाले एनएएस के लिए बच्चों को तैयार करने के लिए ये पेपर बांटे जा रहे हैं जो कि 40 नंबर का होगा.
पंजाब में अगले साल फरवरी मार्च में विधानसभा के चुनाव होने हैं क्योंकि 2017 की पंजाब विधानसभा की अवधि 27 मार्च 2022 को खत्म हो रही है. यही वजह है कि पंजाब में सभी राजनैतिक दल अपनी अपनी तैयारी में लगे हुए हैं. कैप्टन अमरिंदर सिंह और सिद्धू के बीच की कलह भी पिछले दिनों पंजाब की राजनीति की सुर्खियां बनीं. सरकार का अपनी योजना के लिए प्रश्न पेपर का इस्तेमाल पर कई सवाल उठ रहे हैं. विपक्ष आरोप लगा रहा है कि चुनावों के प्रचार के लिए बच्चों के क्वेश्चन पेपर का इस्तेमाल हो रहा है.