पंजाब चुनाव : पिता के लिए घर-घर जाकर ऐसे प्रचार कर रही हैं 15 साल की एकोम वारिंग

एकोम वारिंग को विश्वास है कि गिद्दरबाहा के मतदाता पिछले 10 साल के दौरान किए गए ‘‘अभूतपूर्व’’ विकास कार्यों को देखते हुए उनके पिता को ही वोट देंगे और उन्हें फिर से विजेता बनाएंगे. उन्होंने कहा, ‘‘ मेरे पिता ने वह सभी वादे पूरे किए हैं, जो उन्होंने इलाके की जनता से किए थे.’’

विज्ञापन
Read Time: 25 mins
अमरिंदर सिंह राजा वारिंग परिवार के साथ
नई दिल्ली:

Punjab Elections 2022: 15 साल की एकोम वारिंग ( Ekom Warring) शायद राजनीति के लिए बहुत छोटी हो सकती हैं, लेकिन प्रचार के लिए नहीं. वह इन दिनों पंजाब में अपने पिता अमरिंदर सिंह राजा वारिंग के गिद्दरबाहा विधानसभा क्षेत्र में मतदाताओं से जुड़ने में व्यस्त हैं. एकोम वारिंग घर-घर जाकर हाथ जोड़कर मतदाताओं का अभिवादन करती हैं और पिछले 10 वर्ष में अपने पिता द्वारा किए गए विकास कार्यों के लिए उन्हें मत देना का आग्रह करती हैं. 

अमरिंदर सिंह राजा वारिंग पंजाब के मुक्तसर जिले की गिद्दरबाहा विधानसभा सीट से लगातार तीसरी बार चुनाव लड़ रहे हैं. वह इससे पहले 2012 और 2017 में इस सीट से चुने गए थे. पंजाब विधानसभा के लिए 20 फरवरी को मतदान होना है. इसके लिए मैदान में उतरे कई उम्मीदवारों के परिवार के सदस्य आने वाले चुनाव में समर्थन जुटाने के लिए घर-घर जा रहे हैं. कोविड-19 के मद्देनजर भारत निर्वाचन आयोग ने बड़ी सभाओं तथा रैलियों पर प्रतिबंध लगाया है. अब उम्मीदवारों के परिवार के सदस्य व्यक्तिगत रूप से मतदाताओं से मिल रहे हैं, ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि वे उनके उम्मीदवारों को वोट दें।

एकोम वारिंग को विश्वास है कि गिद्दरबाहा के मतदाता पिछले 10 साल के दौरान किए गए ‘‘अभूतपूर्व'' विकास कार्यों को देखते हुए उनके पिता को ही वोट देंगे और उन्हें फिर से विजेता बनाएंगे. उन्होंने कहा, ‘‘ मेरे पिता ने वह सभी वादे पूरे किए हैं, जो उन्होंने इलाके की जनता से किए थे.''

Advertisement

एकोम ने कहा कि उन्हें लोगों से अच्छी प्रतिक्रिया मिल रही है. वहीं, एक गांव के बुजुर्ग व्यक्ति ने अमरिंदर सिंह राजा वारिंग की खेतों में पानी की व्यवस्था करने के लिए उनकी तारीफ की. कुछ दिन पहले एकोम वारिंग ने गिद्दरबाहा में अपने पिता के चुनाव कार्यालय का उद्घाटन भी किया था. चरणजीत सिंह चन्नी के पिछले साल सितंबर में मुख्यमंत्री का पद संभालने के बाद अमरिंदर सिंह राजा वारिंग को परिवहन मंत्री बनाया गया था.

Advertisement

कांग्रेस प्रत्याशी दलवीर सिंह गोल्डी की पत्नी सिमरत कौर खंगुरा भी समर्थन जुटाने के लिए अपने पति के विधानसभा क्षेत्र धुरी का दौरा कर रही हैं. गोल्डी मौजूदा विधायक हैं और एक बार फिर धुरी विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़े रहे हैं. इस सीट पर उनका मुकाबला आम आदमी पार्टी (आप) के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार भगवंत मान से है. 

Advertisement

अंग्रेजी में स्नातकोत्तर खंगुरा (39) का कहना है कि वह निर्वाचन क्षेत्र के हर घर का दौरा कर रही हैं और उन्हें मतदाताओं से बहुत अच्छी प्रतिक्रिया मिल रही है. सुबह करीब साढ़े सात बजे प्रचार अभियान शुरू करने वाली खंगुरा शाम को ही घर लौटती हैं.

Advertisement

एक्टर सोनू सूद ने बताया कब लेंगे राजनीति में एंट्री, पंजाब में कांग्रेस के CM उम्मीदवार पर कही ये बात

खंगुरा ने कहा, ‘‘ मैं पहली या दूसरी बार लोगों से नहीं मिल रही हूं. मैं नियमित रूप से उनसे मिलती रहती हूं और वे मेरा बड़ी गर्मजोशी से स्वागत करते हैं.''इस सवाल पर कि वह भगवंत मान को अपने पति के खिलाफ एक प्रतियोगी के रूप में वह कैसे देखती है? खंगुरा ने कहा कि वह उन्हें मुकाबले में कहीं नहीं देखतीं।

खंगुरा ने दावा किया कि संगरूर लोकसभा सीट से दो बार के सांसद मान ने लोकसभा चुनाव के दौरान 2014 और 2019 में केवल दो बार धुरी निर्वाचन क्षेत्र का दौरा किया था. खंगुरा ने कहा, ‘‘ भगवंत मान को इस विधानसभा क्षेत्र में कहीं नहीं देखा गया.''

उन्होंने कहा कि ‘आप' नेता के पास क्षेत्र के लिए किए काम पर कहने को कुछ नहीं है. खंगुरा ने कहा कि उनके पति गोल्डी ने धूरी विधानसभा क्षेत्र में कई खेल मैदान, ‘स्मार्ट' स्कूल और कुछ स्कूलों को आधुनिक सुविधाओं से लैस करने सहित कई विकास कार्य किए हैं. धुरी विधानसभा उन निर्वाचन क्षेत्रों में से एक है, जो संगरूर संसदीय क्षेत्र के अंतर्गत आता है.

(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
Featured Video Of The Day
Sambhal के बाद Bulandshahr के Muslim इलाके में मिला 32 साल पुराना Mandir, जानें क्यों हुआ था बंद?