पुणे की एक अदालत ने बिल्डर विशाल अग्रवाल को दो दिन की पुलिस रिमांड में भेज दिया. अग्रवाल के नाबालिग बेटे ने 19 मई को पोर्श कार से दो लोगों को टक्कर मार दी थी. अनीश अवधिया की भी हादसे में मौत हो गई. उनकी मां सविता अवधिया ने रोते हुए कहा, "उसने मेरे बच्चे की जान ले ली. मेरा बच्चा मुझसे दूर हो गया.
अनीश अवधिया की मां सविता अवधिया ने रोते हुए कहा, "उसने मेरे बच्चे की जान ले ली. अब कभी नहीं मिल पाऊंगी. जुवेनाइल कोर्ट ने अपने आदेश में संशोधन किया है और आरोपी को 5 जून तक रिमांड होम में भेज दिया है.
मां सविता अवधिया ने कहा कि लड़के की गलती है, हत्या भी कह सकती है उसको. क्योंकि अगर उसने इतनी बड़ी गलती नहीं की होती तो आज किसी की जान न जाती. अगर थोड़े भी उसके घर वालों ने मना किया होता कि ऐसा नहीं करते हैं तो आज मेरे बेटे की जान बची होती है. ये सीधे-सीधे हत्या है.
उन्होंने इस मामले में पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगया है. साथ ही न्याय की मांग की है. पैसे वाले लोग बच्चे को बचाने की कोशिश कर रहे हैं. सरकार से उम्मीद है कि इस मामले में मुझ न्याय मिलेगा
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अनीश अवधिया की मां सविता अवधिया ने कहा मेरा बेटा बहुत अच्छा था और बहुत मिलनासार था. वह घर के सभी लोगों से बात करता था. 4 मई को वो मेरी एनिवर्सरी पर घर आया था. दुबई से मेरे लिए वो गिफ्ट लेकर आया था और वो जल्दी ही घर आने वाला था.
एक वीडियो में दिखाया गया है कि पुणे का 17 वर्षीय लड़का, अपने 12वीं कक्षा के नतीजों का जश्न मनाते हुए, दुर्घटना से कुछ घंटे पहले अपने दोस्तों के साथ शराब पी रहा था. सीसीटीवी फुटेज में चारों ओर खुशी के दृश्य दिखाई दे रहे थे और टेबल शराब की बोतलों से भरी हुई थी.
अग्रवाल का नाबालिग बेटे ने अपने दोस्तों को एक पार्टी दी थी, जिसमें उसने कथित तौर पर उस रात खाने और शराब पर 78 हजार रुपये से ज्यादा खर्च कर दिए थे.
पार्टी के बाद अग्रवाल का नाबालिग बेटा सिल्वर-ग्रे पोर्श में सवार हुआ और बाइक पर सवार दो लोगों को टक्कर मार दी थी. इस हादसे में दोनों की मौके पर मौत हो गई थी. कार की रफ्तार लगभग 200 किमी प्रति घंटा थी.
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