उत्तर प्रदेश सरकार (UP Government) का प्रयास है कि सभी की समस्याओं का हल स्थानीय स्तर पर हो. इस दिशा में योगी सरकार (Yogi Sarkar) ने तहसील स्तर की समस्याओं को तहसील स्तर पर निस्तारण की अभियान के रूप में शुरू किया है. इस क्रम में प्रदेश में तहसील दिवस (Tehsil Day) पर आईं ज्यादातर शिकायतों को निस्तारण कर दिया गया है. योगी के कार्यकाल में प्रदेश में तहसील दिवस पर कुल 29,87,609 शिकायतें आईं. इसमें से 29,64,920 का निपटारा कर दिया गया. प्रयागराज में सबसे ज्यादा 1,80,408 शिकायतें आईं, जिसमें से 1,79,203 का समाधान कर दिया गया.
योगी सरकार लोगों की समस्याओं का समाधान स्थानीय स्तर पर कराने का लगातार प्रयास कर रही है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मंशा है कि लोगों को अपनी परेशानी के लिए दौड़ना न पड़े और विशेषकर गांव के लोगों की समस्याएं स्थानीय स्तर पर ही सुलझाई जाएं. इसके लिए अधिकारियों को निर्देश दिए गए है. इसको लेकर प्रशासन भी मुस्तैद है. साथ ही मुख्यमंत्री कार्यालय भी तहसील दिवस और थाना दिवस पर आने वाली शिकायतों पर नजर रख रहा है. अधिकारियों को शिकायतों के निस्तारण और प्रगति के बारे में सीएम कार्यालय को जानकारी देनी होती है.
हर महीने के पहले और तीसरे शनिवार को तहसील दिवस का आयोजन किया जाता है. मुख्यमंत्री का निर्देश है कि तहसील दिवस पर आने वाले प्रकरणों को कतई लंबित न रखा जाए. लोगों की शिकायतों पर संवेदनशीलता दिखाते हुए उसे तुरंत निस्तारित किया जाए. प्रदेश सरकार की तहसील दिवस को प्रभावी बनाने की पहल जनता को बड़ी राहत मिली है. उनकी समस्याएं तहसील स्तर पर ही दूर हो रही हैं. जनता को अपनी परेशानियों के लिए विभागों के चक्कर काटना नहीं पड़ रहे हैं.गौरतलब है कि योगी सरकार महिला सुरक्षा को लेकर जीरो टॉलरेंस की नीति अपना रही है.
इसके साथ ही महिलाओं और बेटियों को अपनी शिकायतों के लेकर जिला या राज्य मुख्यालय स्तर पर उनको चक्कर काटने न काटने पड़े, इसके लिए मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं. मुख्यमंत्री ने ब्लॉक, तहसील और थाना दिवसों में प्राथमिकता के आधार पर महिलाओं की शिकायतों का समाधान करने को कहा है. प्रदेश में सभी ग्राम पंचायतों में महिला बीट पुलिस अधिकारियों को नियुक्त किया गया है. थाना दिवस पर ये महिला बीट पुलिस अधिकारी महिलाओं से जुड़ी शिकायतों का समाधान कर रही हैं.