प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी मंगलवार को पराक्रम दिवस के अवसर पर लाल किले में आयोजित एक समारोह का उद्घाटन करेंगे. यह समारोह 31 जनवरी तक जारी रहेगा. प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने सोमवार को एक बयान में यह जानकारी दी. नेताजी सुभाष चंद्र बोस के सम्मान में साल 2021 से हर साल ‘पराक्रम दिवस' मनाया जाता है.
पीएमओ ने कहा कि इस समारोह के दौरान प्रधानमंत्री गणतंत्र दिवस की झांकियों और सांस्कृतिक प्रदर्शनों के साथ देश की विविधता को प्रदर्शित करने के लिए पर्यटन मंत्रालय की ओर से आयोजित किए जा रहे ‘भारत पर्व' की डिजिटल रूप से शुरुआत भी करेंगे.
इसने कहा कि लाल किले में इस साल आयोजित समारोह के दौरान ऐतिहासिक प्रतिबिंबों और जीवंत सांस्कृतिक अभिव्यक्ति को एक साथ जोड़ते हुए एक बहुआयामी उत्सव मनाया जाएगा. पीएमओ ने कहा कि ये गतिविधियां नेताजी सुभाष चंद्र बोस और आजाद हिंद फौज की गहन विरासत पर आधारित होंगी.
इस दौरान आगंतुकों को नेताजी और आजाद हिंद फौज की उल्लेखनीय यात्रा को दर्शाने वाली दुर्लभ तस्वीरों तथा दस्तावेजों को प्रदर्शित करने वाले अभिलेखागारों की प्रदर्शनियों के माध्यम से एक शानदार अनुभव के साथ जुड़ने का अवसर मिलेगा.
आगामी 31 जनवरी तक जारी रहने वाले नौ दिवसीय कार्यक्रम में 26 मंत्रालय और विभाग नागरिक केंद्रित पहल, ‘वोकल फॉर लोकल' और विविध पर्यटन आकर्षणों को रेखांकित करेंगे. यह पूरे विश्व के लोगों को शामिल करने और राष्ट्र की पुनरुत्थान की भावना को प्रतिबिंबित करने व उत्सव मनाने के लिए एक मंच होगा. पीएमओ ने कहा कि इसका आयोजन लाल किले के सामने राम लीला मैदान और माधव दास पार्क में होगा.
साल 2021 में पराक्रम दिवस का उद्घाटन समारोह कोलकाता के विक्टोरिया मेमोरियल हॉल में हुआ था. साल 2022 में इंडिया गेट पर नेताजी की होलोग्राम प्रतिमा का अनावरण किया गया था. वहीं, 2023 में अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के 21 सबसे बड़े अनाम द्वीपों का नाम 21 परमवीर चक्र पुरस्कार विजेताओं के नाम पर रखा गया था.
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