पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने बृहस्पतिवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने संविधान के प्रति जन चेतना जगाई. इंदिरा गांधी कला केंद्र (आईजीएनसीए) ने एक बयान में कहा कि वह 'नए भारत का सामवेद' नामक पुस्तक के विमोचन से संबंधित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे. यह एक मौलिक संग्रह है जिसमें मोदी के प्रभावशाली भाषणों पर प्रकाश डाला गया है, जो देश के संविधान में निहित मूल सार और मूल्यों को रेखांकित करते हैं.
लोगों की आकांक्षा के अनुरूप एक संविधान के महात्मा गांधी के दृष्टिकोण का हवाला देते हुए कोविंद ने वर्तमान स्थिति से तुलना की और कहा, ‘‘आज संविधान एक उभरते राष्ट्र की आकांक्षाओं को प्रतिध्वनित करता है और हमें प्रगति की ओर प्रेरित करता है.''
बयान के मुताबिक, जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 को समाप्त करने का जिक्र करते हुए कोविंद ने कहा कि यह संवैधानिक सिद्धांतों के ‘अनुरूप' है.
पूर्व राष्ट्रपति ने भारत के संविधान की सराहना की जो न्यायपालिका, कार्यपालिका और प्रत्येक नागरिक का सटीक मार्गदर्शन करता है.
बयान के अनुसार, उन्होंने संविधान के बारे में जनता में चेतना जगाने, एकता और उद्देश्य के साथ आगे बढ़ने वाले राष्ट्र के सार को समाहित करने का श्रेय मोदी को दिया.
इस अवसर पर संस्कृति और विदेश राज्य मंत्री मीनाक्षी लेखी, आईजीएनसीए के अध्यक्ष रामबहादुर राय, आईजीएनसीए के सदस्य सचिव सच्चिदानंद जोशी भी उपस्थित थे.
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