राष्ट्रपति चुनाव के लिए नामांकन की अंतिम तिथि से दो दिन पहले तेलंगाना राष्ट्र समिति ने इस पद के लिए विपक्षी उम्मीदवार यशवंत सिन्हा का समर्थन किया है. तेलंगाना के मंत्री केटी रामाराव ने सोमवार को पार्टी के फैसले की घोषणा करते हुए कहा कि वह नामांकन में के चंद्रशेखर राव के नेतृत्व वाली टीआरएस का प्रतिनिधित्व करेंगे.
केटीआर ने ट्वीट कर कहा, " टीआरएस के अध्यक्ष केसीआर गारू ने भारत के राष्ट्रपति के चुनाव में यशवंत सिन्हा की उम्मीदवारी को समर्थन देने का फैसला किया है. हमारे सांसदों के साथ, मैं आज नामांकन में टीआरएस का प्रतिनिधित्व करूंगा."
आज अपना नामांकन दाखिल करेंगे
यशवंत सिन्हा, जिन्होंने कहा है कि राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू की तुलना में राष्ट्रपति के रूप में चुने जाने पर वह "अधिक संवैधानिक" होंगे, आज अपना नामांकन दाखिल करेंगे. उन्होंने यह भी कहा है कि जबकि द्रौपदी मुर्मू के साथ उनकी कोई "व्यक्तिगत लड़ाई" नहीं है, चुनाव "भारत के संविधान को बचाने के लिए मुद्दों की लड़ाई" है.
ऊपर उठाने में मदद नहीं मिली
यशवंत सिन्हा ने कहा था, ‘‘सार्वजनिक जीवन के अपने लंबे अनुभव से, मैं कह सकता हूं कि एक व्यक्ति का उत्थान पूरे समुदाय को आगे नहीं बढ़ाता है. पूरे समुदाय का उत्थान सरकार द्वारा अपनाई जाने वाली नीतियों पर निर्भर करता है. इस पर और टिप्पणी किए बिना, मैं कहूंगा कि हमारे अपने इतिहास में ऐसे कई उदाहरण हैं, जहां एक समुदाय में एक व्यक्ति के उत्थान के जरिये उस समुदाय को एक इंच भी ऊपर उठाने में मदद नहीं मिली है. यह केवल प्रतीकात्मक है और इसके अलावा कुछ नहीं है.''
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