जीका वायरस को लेकर एहतियाती कदम उठाए जा रहे हैं, चिंतित होने की जरूरत नहीं : केरल सरकार

लोगों को सतर्क रहने की सलाह देते हुए केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीणा जॉर्ज ने कहा कि वायरस एडीज मच्छरों से फैलता है और आम तौर पर नुकसानदेह नहीं है.

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स्वास्थ्य विभाग ने सलाह दी है कि बच्चे और बुजुर्ग विशेष रूप से सतर्क रहें, ताकि उन्हें मच्छर नहीं काटें. (प्रतीकात्‍मक)
तिरुवनंतपुरम:

केरल सरकार (Kerala Government) ने रविवार को कहा कि जीका वायरस के प्रसार से बचने के लिए विस्तृत एहतियाती कदम उठाए जा रहे हैं और लोगों को चिंतित होने की जरूरत नहीं है. राज्य सरकार ने यह भरोसा कन्नूर जिले में जीका वायरस से संक्रमण के आठ मामलों की पुष्टि होने के बाद दिया है. 

लोगों को सतर्क रहने की सलाह देते हुए केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीणा जॉर्ज ने कहा कि वायरस एडीज मच्छरों से फैलता है और आम तौर पर नुकसानदेह नहीं है.  उन्होंने स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी एक विज्ञप्ति में कहा कि हालांकि, यह गर्भवती महिलाओं को प्रभावित करता है और भ्रूण में ‘माइक्रोसेफली' जैसे जन्म दोष पैदा कर सकता है. 

स्वास्थ्य विभाग ने सलाह दी है कि बच्चे और बुजुर्ग विशेष रूप से सतर्क रहें, ताकि उन्हें मच्छर नहीं काटें. विभाग ने बयान में कहा कि कन्नूर के तलश्शेरी जिला अदालत से जीका वायरस संक्रमण के मामले आए थे, जिसके बाद जिला प्रशासन ने इलाके की गर्भवती महिलाओं की जांच और निजी अस्पतालों समेत सभी अस्पतालों को दिशानिर्देश जारी करने जैसे विस्तृत एहतियाती कदम उठाए हैं. 

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(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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