उत्तर भारत के सबसे अहम और 'हिन्दी बेल्ट की जान' कहे जाने वाले उत्तर प्रदेश राज्य में कुल 80 लोकसभा सीटें हैं, जिनमें से एक है प्रतापगढ़ संसदीय सीट, यानी Pratapgarh Parliamentary Constituency, जो अनारक्षित है.
देश में हुए पिछले लोकसभा चुनाव में, यानी लोकसभा चुनाव 2019 में इस सीट पर कुल 1708759 मतदाता थे. उस चुनाव में BJP प्रत्याशी संगम लाल गुप्ता को जीत हासिल हुई थी, और उन्हें 436291 वोट हासिल हुए थे. इस चुनाव में संगम लाल गुप्ता को लोकसभा सीट में मौजूद कुल मतदाताओं में से 25.53 प्रतिशत का समर्थन प्राप्त हुआ था, जबकि इस सीट पर डाले गए वोटों में से 47.67 प्रतिशत उन्हें दिए गए थे. लोकसभा चुनाव 2019 के दौरान इस सीट पर BSP प्रत्याशी अशोक त्रिपाठी दूसरे स्थान पर रहे थे, जिन्हें 318539 वोट मिले थे, जो संसदीय सीट के कुल मतदाताओं में से 18.64 प्रतिशत का समर्थन था, और उन्हें कुल डाले गए वोटों में से 34.8 प्रतिशत वोट मिले थे. इस सीट पर आम चुनाव 2019 में जीत का अंतर 117752 रहा था.
इससे पहले, प्रतापगढ़ लोकसभा सीट पर वर्ष 2014 में हुए आम चुनाव के दौरान 1716394 मतदाता दर्ज थे. उस चुनाव में AD पार्टी के प्रत्याशी कुंवर हरिवंश सिंह ने कुल 375789 वोट हासिल कर जीत दर्ज की थी. उन्हें लोकसभा क्षेत्र के कुल मतदाताओं में से 21.9 प्रतिशत ने समर्थन दिया था, और उन्हें उस चुनाव में डाले गए वोटों में से 42.01 प्रतिशत वोट मिले थे. उधर, दूसरे स्थान पर रहे थे BSP पार्टी के उम्मीदवार आसिफ निजामुद्दीन सिद्दीकी, जिन्हें 207567 मतदाताओं का समर्थन हासिल हो सका था, जो लोकसभा सीट के कुल वोटरों का 12.09 प्रतिशत था और कुल वोटों का 23.2 प्रतिशत रहा था. लोकसभा चुनाव 2014 में इस संसदीय सीट पर जीत का अंतर 168222 रहा था.
उससे भी पहले, उत्तर प्रदेश राज्य की प्रतापगढ़ संसदीय सीट पर वर्ष 2009 में हुए लोकसभा चुनाव के दौरान 1435159 मतदाता मौजूद थे, जिनमें से INC उम्मीदवार राजकुुमारी रत्ना सिंह ने 169137 वोट पाकर जीत हासिल की थी. राजकुुमारी रत्ना सिंह को लोकसभा क्षेत्र के कुल मतदाताओं में से 11.79 प्रतिशत वोटरों का समर्थन हासिल हुआ था, जबकि चुनाव में डाले गए वोटों में से 26.39 प्रतिशत वोट उन्हें मिले थे. दूसरी तरफ, उस चुनाव में दूसरे स्थान पर BSP पार्टी के उम्मीदवार शिवाकांत ओझा रहे थे, जिन्हें 139358 मतदाताओं का साथ मिल सका था. यह लोकसभा सीट के कुल वोटरों का 9.71 प्रतिशत था और कुल वोटों का 21.74 प्रतिशत था. लोकसभा चुनाव 2009 में इस संसदीय सीट पर जीत का अंतर 29779 रहा था.