'नकली ज्योतिषी हैं राहुल गांधी', कोयला संकट पर प्रहलाद जोशी का पलटवार

भाजपा नेतृत्व वाली केंद्र सरकार पर लगे आरोपों का खंडन करते हुए, प्रहलाद जोशी ने कहा कि केंद्र देश में कोयला उत्पादन बढ़ाने के लिए लगातार कई कदम उठा रहा है. उन्होंने कहा कि भारत का कोयला उत्पादन बढ़कर 777 मीट्रिक टन हो गया है और वित्तीय वर्ष 2021-22 में 818 मीट्रिक टन का उठाव हो चुका है. .

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केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कोयला संकट पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर तीखा हमला बोला है.
नई दिल्ली:

केंद्रीय कोयला मंत्री प्रह्लाद जोशी (Union Minister Pralhad Joshi) ने शुक्रवार को भारत के कोयला संकट (Coal Crisis) पर हालिया टिप्पणी को लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Congress Leader Rahul Gandhi) पर तीखा हमला बोला है और कहा कि वह इन दिनों एक "नकली ज्योतिषी" बन गए हैं. मंत्री ने एक फेसबुक पोस्ट में कहा, राहुल गांधी इन दिनों नकली ज्योतिषी बन गए हैं. देश में कोयले की कमी के कारण क्या होने वाला है, यह बताने के बजाय उन्हें देश को बताना चाहिए कि उनकी सरकार के दौरान कितना बड़ा कोयला घोटाला हुआ और इस धोखाधड़ी के कारण देश को कितना नुकसान हुआ?" 

प्रहलाद जोशी की यह टिप्पणी  तब आई है, जब वायनाड के सांसद राहुल गांधी ने कल कहा था कि मोदी सरकार को "घृणा का बुलडोजर" चलाना बंद कर देना चाहिए और इसके बजाय बिजली संयंत्रों को चलाना चाहिए. 

गांधी ने एक फेसबुक पोस्ट में लिखा, "20 अप्रैल, 2022 को मैंने मोदी सरकार से कहा था कि नफरत का बुलडोजर चलाना बंद करो और देश में बिजली संयंत्र शुरू कीजिए. आज कोयले और बिजली संकट ने पूरे देश में तबाही मचा दी है."

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उन्होंने आगे कहा, "मैं फिर कह रहा हूं - यह संकट छोटे उद्योगों को नष्ट कर देगा, जिससे बेरोजगारी और बढ़ेगी. छोटे बच्चे इस भीषण गर्मी को बर्दाश्त नहीं कर सकते. अस्पतालों में भर्ती मरीजों की जिंदगी दांव पर है. इससे आर्थिक नुकसान होगा. रेल और मेट्रो सेवाओं को रोकना पड़ जाएगा"

भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार पर लगे आरोपों का खंडन करते हुए, प्रहलाद जोशी ने कहा कि केंद्र देश में कोयला उत्पादन बढ़ाने के लिए लगातार कई कदम उठा रहा है. उन्होंने कहा कि भारत का कोयला उत्पादन बढ़कर 777 मीट्रिक टन हो गया है और वित्तीय वर्ष 2021-22 में 818 मीट्रिक टन का उठाव हो चुका है. 

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जोशी ने आगे कहा, "वित्त वर्ष 2013-14 में देश का कोयला उत्पादन सिर्फ 566 मीट्रिक टन था, जबकि मोदी सरकार के तहत यह बढ़कर 777 मीट्रिक टन और वित्त वर्ष 2021-22 में 818 मीट्रिक टन हो गया है लेकिन राहुल गांधी इन आंकड़ों को नहीं समझते हैं क्योंकि वह मूर्ख हैं. अगर उन्हें भविष्यवाणियां करने का इतना शौक है, तो उन्हें कम से कम एक बार अपनी पार्टी का भविष्य बता देना चाहिए!" 

देश में कोयला संकट के कारण भारत के कई राज्य बिजली कटौती से जूझ रहे हैं. इस बीच, कोयला मंत्रालय ने शुक्रवार को कहा कि एक साल पहले की अवधि की तुलना में कोल इंडिया लिमिटेड ने अप्रैल 2022 में अपने उत्पादन में 27.2 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की है.

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कोयला मंत्रालय ने आगे बताया कि सीआईएल के पास वर्तमान में 56.7 मीट्रिक टन कोयले का भंडार है, जबकि सिंगरेनी कोलियरीज कंपनी लिमिटेड (एससीसीएल) में स्टॉक 4.3 मीट्रिक टन है, और कैप्टिव कोयला ब्लॉकों में लगभग 2.3 मीट्रिक टन स्टॉक है.

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