कर्नाटक (Karnataka) के हासन सीट से सांसद और जनता दल सेक्युलर नेता प्रज्वल रेवन्ना (Prajwal Revanna) के कथित तौर पर सामने आए सेक्स वीडियो को लेकर देश भर में हंगामा देखने को मिल रहा है. कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने बुधवार को प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर आग्रह किया कि रेवन्ना का राजनयिक पासपोर्ट रद्द कर दिया जाए, क्योंकि वह मामले में मुख्य आरोपी होने के बावजूद देश छोड़ने में कामयाब रहे हैं. इस बीच आरोपों से इनकार करते हुए पूर्व प्रधानमंत्री देवेगौड़ा के पोते प्रज्वल रेवन्ना ने अपने ऊपर लगे आरोपों को गलत बताया है. उन्होंने कहा है कि आपराधिक जांच विभाग (CID) को सूचित कर दिया है कि वह फिलहाल बेंगलुरु में नहीं हैं, लेकिन जल्द ही जांच में शामिल होंगे.
उन्होंने एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि "चूंकि मैं पूछताछ में शामिल होने के लिए बेंगलुरु में नहीं हूं, इसलिए मैंने अपने वकील के माध्यम से सी.आई.डी. बेंगलुरु को सूचित कर दिया है. सच्चाई जल्द ही सामने आएगी."
रविवार को उनके खिलाफ यौन उत्पीड़न का केस दर्ज किया गया था. कर्नाटक सरकार ने इस मामले में एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का भी गठन किया है, जो आरोपों की जांच के लिए हसन का दौरा कर सकती है. हासन वह निर्वाचन क्षेत्र जिसका प्रतिनिधित्व प्रज्वल लोकसभा में करते हैं और इस बार फिर से चुनाव लड़ रहे हैं. आरोप सामने आने के बाद पूर्व मुख्यमंत्री और प्रज्वल के चाचा जद (एस) नेता एचडी कुमारस्वामी ने पार्टी से उन्हें निलंबित कर दिया है.
वीडियो पिछले शुक्रवार को दूसरे चरण के मतदान के एक दिन बाद सामने आया था. जिसमें हसन मतदान के लिए गए थे. शनिवार को, वह जर्मनी के लिए रवाना हुए, और एक दिन बाद, उन्होंने एक पुलिस शिकायत दर्ज की जिसमें दावा किया गया कि क्लिप "छेड़छाड़" की गई थी और "उनकी छवि खराब करने और मतदाताओं के दिमाग में जहर भरने" के लिए इसे वायरल किया गया था.
मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने पत्र में क्या लिखा?
सीएम ने प्रधानमंत्री को लिखे पत्र में दावा किया है कि पुलिस मामले और गिरफ्तारी में बाधा डालने वाले आरोपी सांसद और लोकसभा के लिए एनडीए उम्मीदवार प्रज्वल रेवन्ना देश छोड़कर भाग गए हैं और विदेश यात्रा कर रहे हैं. रिपोर्टों से पता चला है कि वह अपने राजनयिक पासपोर्ट पर विदेश यात्रा कर रहे हैं. सीएम ने लिखे पत्र में लिखा है कि हालांकि एसआईटी प्रज्वल रेवन्ना द्वारा कई महिलाओं के खिलाफ अपराधों के आरोपों की जांच के लिए चौबीसों घंटे काम कर रही है, लेकिन उसे देश वापस लाना अत्यंत महत्वपूर्ण है ताकि वह देश के कानून के अनुसार जांच और मुकदमे का सामना कर सके. .
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