मौसम विभाग ने बताया कि दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी पर चक्रवाती परिसंचरण के प्रभाव के तहत, एक कम दबाव का क्षेत्र (Low Pressure Area) दक्षिण-पश्चिम और निकटवर्ती पश्चिम-मध्य बंगाल की खाड़ी पर सुबह 5.30 बजे बना और 8.30 बजे भी उसी क्षेत्र में बना हुआ है.
इसके उत्तर-पूर्व की ओर बढ़ने और 24 मई की सुबह तक बंगाल की खाड़ी के मध्य भागों पर एक डिप्रेशन (depression) में केंद्रित होने की बहुत संभावना है. इसके बाद 25 मई की शाम तक यह उत्तर-पूर्व और निकटवर्ती उत्तर-पश्चिम बंगाल की खाड़ी तक पहुंचने की भी काफी संभावना है.
भारी बारिश की चेतावनी
25 और 26 मई को पश्चिम बंगाल के उत्तर और दक्षिण 24 परगना, पूर्वी मेदिनीपुर जिलों और ओडिशा के बालासोर जिले में कई स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा और अलग-अलग स्थानों पर भारी वर्षा होने की संभावना है. इसके साथ ही मिजोरम, त्रिपुरा और दक्षिण मणिपुर में कई स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा और अलग-अलग स्थानों पर भी भारी वर्षा होने की संभावना है.
हवा की चेतावनी
22 मई को दक्षिण बंगाल की खाड़ी में 35-45 किमी प्रति घंटे से लेकर 55 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलने की संभावना है. 23 की सुबह से मध्य और निकटवर्ती दक्षिण बंगाल की खाड़ी के ऊपर हवा की गति धीरे-धीरे 40-50 किमी प्रति घंटे से बढ़कर 60 किमी प्रति घंटे तक पहुंच सकती है. यह 24 की सुबह से 50-60 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से बढ़कर 70 किमी प्रति घंटे की रफ्तार के साथ उत्तरी बंगाल की खाड़ी के आसपास के इलाकों तक और 25 तारीख की सुबह से 26 तारीख की शाम तक उत्तर-पूर्व बंगाल की खाड़ी और निकटवर्ती उत्तर-पश्चिम और पूर्व-मध्य बंगाल की खाड़ी तक पहुंच सकती है.
कैसी रहेगी समुद्र की स्थिति
22 मई को दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी में समुद्र की स्थिति मध्यम से उग्र, 23 मई से मध्य और निकटवर्ती दक्षिण बंगाल की खाड़ी में और 24 मई से 26 मई तक उत्तरी बंगाल की खाड़ी में समुद्र की स्थिति उग्र से बहुत उग्र होने की संभावना है.
मछुआरों को भी चेतावनी
मौसम विभाग ने मछुआरों को सलाह दी है कि वो 23 मई से मध्य और निकटवर्ती दक्षिण बंगाल की खाड़ी में और 24 मई से 26 मई तक उत्तरी बंगाल की खाड़ी में न जाएं. समुद्र में गए मछुआरों को 23 मई से पहले तट पर लौटने की भी सलाह दी गई है.