दिल्ली में प्रदूषण : ट्रकों का प्रवेश 26 नवंबर तक प्रतिबंधित रहेगा

दिल्ली सरकार के सभी दफ्तर और कॉरपोरेशन के अधिकारी और कर्मचारी वर्क फ्रॉम होम करेंगे, प्राइवेट दफ्तरों को भी वर्क फ्रॉम होम कराने की सलाह

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प्रतीकात्मक फोटो.
नई दिल्ली:

दिल्ली (Delhi) में ट्रकों (जरूरी सामान वाले ट्रक को छोड़कर) की एंट्री 26 नवंबर तक प्रतिबंधित की गई है. दिल्ली सरकार के सभी दफ्तर और कॉरपोरेशन ( जरूरी दफ्तर छोड़कर) 26 नवंबर तक बंद रहेंगे. इस दौरान अधिकारी और कर्मचारी वर्क फ्रॉम होम करेंगे. प्राइवेट दफ्तरों और प्रतिष्ठानों को सलाह दी गई है कि वे अपने कर्मचारियों को 26 नवंबर तक वर्क फ्रॉम होम करवाएं ताकि सड़क पर वाहनों की आवाजाही कम से कम हो.

केंद्र सरकार के वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (CAQM) ने 21 नवंबर तक दिल्ली के अंदर ट्रकों की एंट्री को प्रतिबंधित करने और सरकारी दफ्तरों को बंद करके वर्क फ्रॉम होम के लिए निर्देश दिए थे. दिल्ली सरकार ने उन सभी निर्देशों का पालन करने के बाद, अब अपनी तरफ से प्रतिबंध को आगे बढ़ाते हुए आदेश जारी कर दिए हैं. 

दिल्ली सरकार ने दिल्ली में निर्माण कार्य और तोड़-फोड़ की गतिविधियों पर लगे प्रतिबंध को हटा लिया है. वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (सीएक्यूएम) के निर्देशों के मुताबिक, अगले आदेश तक स्कूल और कॉलेज बंद रहेंगे. 

पर्यावरण विभाग द्वारा जारी एक आदेश में कहा गया है कि ''बेहद खराब वायु गुणवत्ता पूर्वानुमान को ध्यान में रखते हुए और वाहनों से होने वाले व्यापक प्रदूषण, खासकर जब वायु की गुणवत्ता बहुत खराब है, के मद्देनजर यह महसूस किया जाता है कि दिल्ली में वाहनों की आवाजाही पर प्रतिबंध को और बढ़ाने की आवश्यकता है.''

दिल्ली में प्रदूषण की समस्या को देखते हुए दिल्ली सरकार (Delhi Government) ने फिलहाल सभी स्कूलों को बंद रखने का फैसला किया है. शिक्षा विभाग ने आदेश जारी कर अगले आदेश तक स्कूलों को बंद रखा है लेकिन इस दौरान ऑनलाइन क्लास होती रहेंगी. इससे पहले 14 नवंबर को दिल्ली सरकार ने प्रदूषण की स्थिति को देखते हुए सभी स्कूलों को एक सप्ताह के लिए बंद कर दिया था और ऑनलाइन क्लास चालू रखने के निर्देश दिए थे. सरकार ने इसके साथ ही सभी सरकारी दफ्तरों के कर्मचारियों को वर्क फ्रॉम होम का आदेश दिया था.

दिल्ली में रविवार को भी वायु गुणवत्ता ‘बहुत खराब' श्रेणी में दर्ज की गई. हालांकि, तेज हवाओं के कारण सोमवार तक इसमें उल्लेखनीय सुधार आने की उम्मीद है. रविवार की सुबह 9 बजे के करीब दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 347 दर्ज किया गया, जो बेहद गंभीर श्रेणी में आता है. शनिवार को यह आंकड़ा 377 था. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के आंकड़ों से यह जानकारी मिली है.

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