कांग्रेस में शामिल होने की अटकलों के बीच दो दिनों से KCR के यहां ठहरे हुए हैं PK, चर्चाओं का बाजार गर्म

राहुल गांधी का भी छह मई को तेलंगाना का दौरा करने का कार्यक्रम है जहां वह एक विशाल राजनीतिक बैठक को संबोधित करेंगे. केसीआर, अपने समर्थन आधार को बनाए रखने के अलावा, 2024 के चुनावों से पहले एक राष्ट्रीय भूमिका की तलाश कर रहे हैं. एक संयुक्त विपक्ष मोर्चा बनाने के लिए उन्होंने द्रमुक प्रमुख और तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन और राकांपा अध्यक्ष शरद पवार जैसे प्रमुख विपक्षी नेताओं से भी मुलाकात की. 

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प्रशांत किशोर केसीआर के सरकारी आवास में बैठकें कर रहे हैं.
हैदराबाद/नई दिल्ली:

चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर शनिवार सुबह से तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव के आधिकारिक आवास पर डेरा डाले हुए हैं. जिससे कांग्रेस में महत्वपूर्ण बैठक से पहले अटकलों का एक नया दौर शुरू हो गया है कि क्या वह उनका साथ निभाएंगे. प्रशांत किशोर हैदराबाद में केसीआर के सरकारी आवास प्रगति भवन में बैठकें कर रहे हैं. चुनावी रणनीतिकार शनिवार सुबह तेलंगाना की राजधानी पहुंचे और रात भर मुख्यमंत्री के आधिकारिक आवास पर रुके. दोनों के बीच चर्चा आज भी जारी रहने की उम्मीद है.

इससे पहले दोनों के बीच करीब 62 किलोमीटर दूर एरावेली में केसीआर के फार्महाउस पर मुलाकात हुई थी. प्रशांत किशोर को कुछ गांवों का दौरा करते हुए और लोगों की प्रतिक्रिया भी लेते हुए देखा गया था. आपको बता दें कि हाल ही में, केसीआर ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में घोषणा की थी कि अगले साल होने वाले तेलंगाना विधानसभा चुनाव के साथ-साथ 2024 के आम चुनाव में चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर उनकी सहायता करेंगे.

सूत्रों ने एनडीटीवी से पुष्टि की है कि प्रशांत किशोर ने 16 अप्रैल को कांग्रेस नेतृत्व को एक प्रस्तुति में तेलंगाना में कांग्रेस और केसीआर की पार्टी के बीच गठबंधन का सुझाव दिया था. वहीं प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष रेवंत रेड्डी केसीआर और उनके बेटे के टी रामाराव की तीखी आलोचना करते रहे हैं. 2023 में विधानसभा चुनावों की अपनी तैयारियों के तहत, रेड्डी ऐसी बैठकों का आयोजन करते रहे हैं जिनमें बहुत अच्छी तरह से भाग लिया गया है.

राहुल गांधी का भी छह मई को तेलंगाना का दौरा करने का कार्यक्रम है जहां वह एक विशाल राजनीतिक बैठक को संबोधित करेंगे. केसीआर, अपने समर्थन आधार को बनाए रखने के अलावा, 2024 के चुनावों से पहले एक राष्ट्रीय भूमिका की तलाश कर रहे हैं. एक संयुक्त विपक्ष मोर्चा बनाने के लिए उन्होंने द्रमुक प्रमुख और तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन और राकांपा अध्यक्ष शरद पवार जैसे प्रमुख विपक्षी नेताओं से भी मुलाकात की. 

सूत्रों का कहना है कि केसीआर कांग्रेस में राष्ट्रीय राजनीतिक मोर्चे का हिस्सा होने के नाते राजनीतिक समझ देख सकते हैं जो केंद्र में भाजपा को चुनौती देने और उन्हें सत्ता से हटाने की कोशिश करेगा. लेकिन तेलंगाना में वे इस मुद्दे को कैसे हल करेंगे, यह मुश्किल है. कांग्रेस के साथ प्रशांत किशोर की बातचीत के लिए, पार्टी के शीर्ष नेताओं के सात सदस्यीय पैनल ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को चुनावी रणनीतिकार के रोडमैप पर एक रिपोर्ट सौंपी है, जो पिछले कई वर्षों में चुनावी हार का सामना करने वाली पार्टी में सुधार कर रही है.

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इस समिति के अध्यक्ष पूर्व केंद्रीय मंत्री पी चिदंबरम हैं और इसमें वरिष्ठ नेता मुकुल वासनिक, अंबिका सोनी, के सी वेणुगोपाल, जयराम रमेश, दिग्विजय सिंह और रणदीप सिंह सुरजेवाला शामिल हैं. दोनों पक्षों के बीच कई दौर की बातचीत के बाद हुई, जिस दौरान प्रशांत किशोर ने पार्टी को पुनर्जीवित करने की अपनी योजना का प्रस्ताव रखा है और कांग्रेस नेताओं ने उनसे तीखे सवाल किए हैं.

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