अररिया, मुंगेर और अब MP का मऊगंज... बीते 4 दिनों में पुलिस टीम पर तीन हमले, 3 एएसआई की मौत

बिहार के अररिया और मुंगेर के बाद मध्‍यप्रदेश के मऊगंज में पुलिस टीम पर हमला हुआ, जिसमें एएसआई की मौत हो गई.

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मध्यप्रदेश में व्यक्ति को बचाने गई पुलिस टीम पर हमला
मऊगंज:

पहले बिहार के अररिया व मुंगेर और फिर मध्‍यप्रदेश के मऊगंज में भी पुलिस टीम पर हमला हुआ, जिसमें एक एएसआई की मौत हो गई. अररिया, मुंगेर और मऊगंज में पुलिस की अलग-अलग टीमें अपराधियों को पकड़ने के लिए गए थे, लेकिन तीनों जगह पुलिस टीमों पर हमला हुआ और पुलिसकर्मियों की जान चली गई. बीते 4 दिनों में हुए इन तीन हमलों से ऐसा लग रहा है कि यहां अपराधियों के हौसले काफी बुलंद हो गए हैं. इतने बुलंद कि पुलिस टीम पर जानलेवा हमला तक अपराधी कर दे रहे हैं.   

मध्यप्रदेश में व्यक्ति को बचाने गई पुलिस टीम पर हमला

मध्यप्रदेश के मऊगंज जिले में शनिवार को आदिवासियों के एक समूह ने कथित तौर पर अपह्रत व्यक्ति को बचाने पहुंची पुलिस टीम पर हमला कर दिया, जिसमें एक पुलिसकर्मी की मौत हो गई. अधिकारी ने बताया कि समूह ने किडनैप व्यक्ति की भी हत्या कर दी थी. उन्होंने बताया कि घटना जिला मुख्यालय से करीब 25 किलोमीटर दूर गदरा गांव में हुई और घटना के संबंध में पुलिस ने पांच लोगों को हिरासत में लिया है. रीवा रेंज के पुलिस उप महानिरीक्षक साकेत पांडे ने बताया, 'एक एएसआई (सहायक उपनिरीक्षक) समेत दो लोगों की मौत हुई है और अन्य पुलिसकर्मियों को मामूली चोटें आई हैं.' सूत्रों ने बताया कि भीड़ द्वारा घेरे जाने के बाद पुलिस को आत्मरक्षा में हवा में गोलियां चलानी पड़ीं. स्थानीय सूत्रों ने बताया कि कोल जनजाति के लोगों के एक समूह ने शनिवार को सनी द्विवेदी नामक व्यक्ति का अपहरण कर लिया था. सूत्रों के मुताबिक, उन लोगों को संदेह था कि द्विवेदी ने कुछ महीने पहले अशोक कुमार नाम के एक आदिवासी की हत्या की थी. पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार, कुमार की मौत एक सड़क दुर्घटना में हुई थी. द्विवेदी के अपहरण की सूचना मिलने के बाद शाहपुर थाने के प्रभारी संदीप भारतीय के नेतृत्व में एक टीम उसे बचाने के लिए गदरा गांव पहुंची. पुलिस ने बताया कि लेकिन उस समय तक द्विवेदी की एक कमरे में कथित तौर पर पिटाई के बाद मौत हो चुकी थी. पुलिस के मुताबिक, जब पुलिसकर्मियों ने कमरा खोला, तो आदिवासियों के एक समूह ने उन पर लाठी और पत्थरों से हमला कर दिया, जिससे उनमें से कुछ पुलिसकर्मी घायल हो गए. एक अधिकारी ने बताया कि घायल पुलिसकर्मियों को अस्पताल ले जाया गया, लेकिन विशेष सशस्त्र बल के एएसआई चरण गौतम ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया.

मुंगेर में एएसआई की मौत मामले में चार लोग गिरफ्तार

बिहार के मुंगेर जिले में लोगों के एक समूह द्वारा कथित तौर पर किए गए हमले में सहायक उप निरीक्षक (एएसआई) संतोष कुमार सिंह की मौत से जुड़े मामले में अब तक चार आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है. पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि मृतक की पहचान एएसआई संतोष कुमार सिंह के रूप में हुई है, जो मुंगेर के मुफस्सिल थाने में आपातकालीन डायल नंबर सेवा 112 में तैनात थे. इसी तरह की एक अन्य घटना में अररिया जिले में बुधवार रात को पुलिसकर्मियों और लोगों के एक समूह के बीच हाथापाई में एक एएसआई की मौत हो गई थी. ताजा घटना शुक्रवार शाम को मुफस्सिल थानाक्षेत्र के अंतर्गत नंदलालपुर गांव में हुई.

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पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) विनय कुमार ने को बताया, 'एएसआई अन्य अधिकारियों के साथ रात करीब साढ़े आठ बजे दो पक्षों के बीच विवाद से जुड़े एक मामले की जांच करने नंदलालपुर गांव गए थे. विवाद में शामिल कुछ लोगों ने उनके सिर पर धारदार हथियार से हमला कर दिया. ये लोग शराब के नशे में थे. एएसआई को गंभीर चोटें आईं और उन्हें नजदीकी सरकारी अस्पताल ले जाया गया, जहां से उन्हें बेहतर इलाज के लिए पटना भेज दिया गया.' उन्होंने बताया कि शनिवार सुबह पटना के एक अस्पताल में सिंह की मौत हो गई.

अररिया में अपराधी को पकड़ने गए ASI राजीव रंजन मल्ल की हत्या

बिहार के ही अररिया में बुधवार देर रात एएसआई राजीव रंजन मल्ल की भीड़ ने पीट-पीटकर हत्या कर दी. वे पुलिस टीम के साथ कई मामलों में वांछित अपराधी अनमोल यादव को पकड़ने गए थे. पुलिस को खबर मिली थी कि अपराधी अनमोल यादव शादी समारोह में आया हुआ है. इसके बाद एएसआई राजीव रंजन मल्ल के नेतृत्व में पुलिस की टीम अपराधी को पकड़कर थाने ले जाने लगी, तो यादव के गुर्गों ने पहले तो पुलिस की कार्रवाई का विरोध किया. इसके बाद एएसआई राजीव रंजन के साथ बदसलूकी पर उतर आए और उनके साथ धक्कामुक्की की, जिससे एएसआई जमीन पर गिर गए. इसके बाद भीड़ उन पर टूट पड़ी. मल्ल की हालत काफी खराब हो गई. किसी तरह उन्हें बचाकर उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. अनमोल यादव कई मामलों में वांछित है. वह नरपतगंज थाना क्षेत्र के खैरा गांव का रहने वाला है. इससे पहले वह गांजा तस्करी के दौरान भी पुलिस पर हमला कर चुका है. वह एनडीपीएस सहित आर्म्स मामलों में भी आरोपी रह चुका है.

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