पीएम विश्वकर्मा योजना से बुरहानपुर के कारीगरों को मिला नया जीवन, आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ रहा कदम

विश्वकर्मा योजना से लाभांवित कारपेंटर आशीष सोनकर ने  कहा कि हम पहले बेरोजगार थे, लेकिन प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना की वजह से अब हमें काम मिल रहा है. पीएम मोदी को धन्यवाद देते हुए उन्होंने कहा कि उन्होंने कारपेंटर और मूर्तिकार का काम सीखा है, जिससे वह कमाई कर पा रहे हैं.

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पीएम विश्वकर्मा योजना से बुरहानपुर के कारीगरों को मिला नया जीवन, आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ रहा कदम

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की विश्वकर्मा योजना ने बुरहानपुर जिले में न केवल हुनर को पहचान दी है, बल्कि यहां के कई घरों की आर्थिक स्थिति को भी मजबूत किया है. इस योजना के तहत जिले के दर्जनों महिला-पुरुषों ने प्रशिक्षण प्राप्त कर अपने जीवन में आत्मनिर्भरता की नई राह पकड़ी है.

 बुरहानपुर की महिलाओं ने 6 दिवसीय सिलाई प्रशिक्षण लेकर अब कपड़े सिलने के ऑर्डर लेना शुरू कर दिए हैं, पहले जो महिलाएं घरों तक सीमित थीं, अब वे अपने हुनर से न सिर्फ आर्थिक रूप से सक्षम बन रही हैं, बल्कि आत्मविश्वास से भी भर चुकी हैं। कुछ महिलाओं ने ब्यूटी पार्लर का प्रशिक्षण लेकर खुद का छोटा पार्लर भी शुरू कर दिया है, जिससे उन्हें नियमित आय प्राप्त हो रही है.

पुरुषों ने भी इस योजना के अंतर्गत बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया. किसी ने कारपेंटर का कार्य सीखा, तो किसी ने फिशिंग नेट बनाना. विशेष रूप से मछुआरा समुदाय में यह प्रशिक्षण अत्यंत लाभदायक सिद्ध हुआ है, जहां प्रशिक्षित युवाओं द्वारा बनाई गई मजबूत फिशिंग नेट का उपयोग स्थानीय मछुआरे कर रहे हैं.

योजना से लाभान्वित सभी लोगों का एक ही स्वर है, “प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना ने हमें हुनर दिया, काम दिया और आत्मनिर्भर बनाया। पहले न तो कोई काम था, न आमदनी, लेकिन अब सम्मान के साथ जीवन जी रहे हैं.” सभी हितग्राहियों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि उनकी दूरदर्शी योजना से उन्हें नया जीवन मिला है और अब वे न केवल अपने घर का पालन-पोषण कर पा रहे हैं, बल्कि अपने बच्चों का भविष्य भी संवार रहे हैं.

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विश्वकर्मा योजना से लाभांवित कारपेंटर आशीष सोनकर ने  कहा कि हम पहले बेरोजगार थे, लेकिन प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना की वजह से अब हमें काम मिल रहा है. पीएम मोदी को धन्यवाद देते हुए उन्होंने कहा कि उन्होंने कारपेंटर और मूर्तिकार का काम सीखा है, जिससे वह कमाई कर पा रहे हैं.

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फिश नेट बनाने वाले राहुल अशोक चौधरी ने बताया कि उन्होंने नाई का काम सीखा है. इसके लिए उन्हें 6 दिनों की ट्रेनिंग दी गई. उन्होंने पीएम मोदी को धन्यवाद देते हुए कहा कि पीएम ने हमें एक प्लेटफार्म दिया, जहां हमने काम सीखा और कम ब्याज पर विश्वकर्मा योजना से लोन भी मिला, जिससे जिंदगी आसान हो गई है.

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ब्यूटी पार्लर संचालक मिलन पवार ने कहा कि पीएम विश्वकर्मा योजना से उन्हें ट्रेनिंग मिली और उनके व्यापार को आगे बढ़ाने में मदद मिली है. उन्होंने घर से बाहर नहीं निकलने वाली महिलाओं के लिए कहा कि यह योजना घर में रहने वाली महिलाओं के लिए बहुत अच्छी पहल है. उन्होंने भी पीएम मोदी का आभार जताया.

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कपड़ों की सिलाई करने वाली नीता हेमंत ने कहा कि पीएम विश्वकर्मा योजना से उन्हें जीने की हिम्मत मिली है. उन्होंने कहा कि इससे उन्हें कपड़ों की सिलाई की ट्रेनिंग मिली, जिससे उन्होंने अपने व्यवसाय को गति दी.
 

(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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