जी20 शिखर सम्मेलन की आधिकारिक शुरुआत हो गई है. इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि 21वीं सदी का यह समय दुनिया को नई दिशा दिखाने वाला समय है. बरसों पुरानी चुनौतियां हमसे नए समाधान मांग रही है. हमें मानवता वादी केंद्रित होकर इन समस्याओं को सुलझाना है. हमें पूरा विश्वास है कि मिलकर हम इन समस्याओं को सुलझा लेंगे. इस दौरान शिखर सम्मेलन का पहला सत्र शुरू होने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जी20 के स्थायी सदस्य के रूप में अफ्रीकी संघ के प्रमुख को अपनी सीट लेने के लिए आमंत्रित किया.
"सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास, सबका प्रयास की अवधारणा"
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के स्वागत भाषण के साथ जी20 शिखर सम्मेलन की शुरुआत हुई. पीएम मोदी ने जी-20 शिखर सम्मेलन को संबोधित करते हुए देश का नाम लेते समय ‘भारत' शब्द का इस्तेमाल किया. पीएम मोदी ने इस अवसर पर कहा, "कोविड-19 महामारी के बाद दुनिया विश्वास की कमी से जूझ रही है तथा युद्ध ने इसे और गहरा कर दिया है. हम ऐसे दौर में जी रहे हैं, जब सदियों पुरानी समस्याएं जवाब मांग रही हैं, हमें मानव-केंद्रित दृष्टिकोण के साथ अपनी जिम्मेदारियों को पूरा करने की जरूरत है. सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास, सबका प्रयास' की अवधारणा दुनिया का मार्गदर्शन कर सकती है."
भारत में लोगों का जी20 बन गया है...
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि यह भारत में लोगों का जी20 बन गया है, 60 से अधिक शहरों में 200 से अधिक कार्यक्रम आयोजित किए गए. भारत जी20 के अध्यक्ष के रूप में पूरी दुनिया से विश्वास की कमी को एक-दूसरे पर भरोसे में तब्दील करने की अपील करता है.
मोरक्को में आए भूकंप से प्रभावित लोगों के प्रति संवेदना- PM मोदी
जी20 शिखर सम्मेलन का पहला सत्र शुरू होने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मोरक्को में आए भूकंप पीडि़तों को लेकर भी संवेदना प्रकट की. पीएम मोदी ने कहा, "कुछ देर पहले मोरक्को में आए भूकंप से प्रभावित लोगों के प्रति में अपनी संवेदना प्रकट करना चाहता हूं. हम प्रार्थना करते हैं कि सभी घायल लोग शीघ्र स्वस्थ हों. इस कठिन समय में पूरा विश्व समुदाय मोरक्को के साथ है. हम उन्हें हर संभव सहायता पहुंचाने के लिए तैयार हैं."
ये भी पढ़ें :-