प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (Narendra Modi) मंगलवार को 340 किलोमीटर लंबे पूर्वांचल एक्सप्रेसवे (Purvanchal Expressway) का उद्घाटन करेंगे. करीब डेढ़ बजे पीएम मोदी भारतीय वायुसेना के स्पेशल ट्रांसपोर्ट विमान सी 130 जे से सीधे एक्सप्रेसवे पर लैंड करेंगे. इसके बाद प्रधानमंत्री आम जनता को संबोधित करेंगे. करीब चालीस मिनट तक चलने वाले एयरशो में दोपहर पौने तीन बजे से वायुसेना के विमान सुल्तानपुर के पूर्वांचल एक्सप्रेसवे पर बनी 3.1 किलोमीटर लंबी हवाई पट्टी पर टच डाउन और लेंड करेंगे. दो बजकर 50 मिनट पर सबसे पहले मिराज 2000 लड़ाकू विमान एक्सप्रेस वे पर लैंड करेगा. इसके बाद ट्रांसपोर्ट विमान एएन-32 से मिराज की सर्विसिंग टीम उतरेगी और रोड पर ही विमान की सर्विसिंग करेगी . ट्रांसपोर्ट विमान एएन-32 से ही वायुसेना के कमांडो गरुड़ उतरेंगे और दिखाएगें कि कैसे दुश्मन के इलाके में अपने लड़ाकू विमान और टीम को सुरक्षित करते हैं. तीन बजकर पांच मिनट पर फ्लाई पास्ट में पांच लड़ाकू विमानों में से एक मिराज-2000, दो सुखोई एमकेआई और दो जगुआर एरोहेड फॉर्मेशन में फ्लाई करेंगे. तीन बजकर सात मिनट पर एएन-32 टेक ऑफ कर जाएगा. पहले मिराज 2000 फिर जगुआर और सुखोई 30 टच डाउन करेंगे फिर टेक ऑफ करेंगे.
3 बजकर 17 मिनट पर सुखोई -30 आसमान में अपना करतब दिखाएगा. तीन बजकर 24 मिनट पर मिराज 2000 वहां से टेक ऑफ कर जाएगा. तीन बजकर 28 मिनट पर सूर्यकिरण एरोबेटिक टीम का फ्लाई पास्ट दो सुखोई लड़ाकू विमानों के साथ एयरशो का समापन होगा. ये दोनों आसमान में ऐसे कारनामे दिखाएंगे कि लोग दंग रह जाएंगे.
करीब 22,500 करोड़ रुपए की लागत से बना पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे पश्चिमी और पूर्वी उत्तर प्रदेश को जोड़ता है. यह एक्सप्रेसवे लखनऊ से गाजीपुर तक है. इससे दोनों शहरों के बीच यात्रा का समय करीब चार घंटे कम हो जाएगा. एक्सप्रेसवे बाराबंकी, अमेठी, सुल्तानपुर, फैजाबाद, अंबेडकर नगर, आजमगढ़ और मऊ से होकर गुजरता है. इसमें 7 बड़े पुल, 7 रेलवे ओवरब्रिज, 114 छोटे पुल और 271 अंडर पास होंगे.
उत्तर प्रदेश देश का पहला राज्य है जिसके पास दो एक्सप्रेस-वे आधारित हवाई पट्टियां हैं. एक हवाई पट्टी लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस-वे पर और दूसरी पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे पर है. एक्सप्रेसवे हवाई पट्टियों को लड़ाकू जेट विमानों को आपात स्थिति में उतरने और उड़ान भरने के लिए डिज़ाइन किया गया है.
ये VIDEO भी देखें- पीएम मोदी की जनसभा में खाली दिखीं कुर्सियां, ढाई लाख की भीड़ जुटने का था दावा