- बिहार चुनाव में राहुल गांधी का पीएम नरेंद्र मोदी पर दिए गए बयान पर सियासत तेज
- पीएम मोदी ने मुजफ्फपुर की रैली में राहुल के छठ वाले बयान को बिहारी अस्मिता से जोड़ा
- बिहार में दो चरण में 6 और 11 नवंबर को वोटिंग होना है, 14 नवंबर को नतीजे आएंगे
नरेंद्र मोदी को यमुना से कुछ लेना-देना नहीं, उनको छठ पूजा से कुछ लेना देना नहीं. उन्हें सिर्फ आपका वोट चाहिए. अगर आप कहोगे कि नरेंद्र मोदी जी आप ऐसा ड्रामा करो वो कर देंगे. जो भी करवाना है करवा लो. उनको कहो भैया कि हम आपको वोट देंगे, आप स्टेज पर आकर नाच लो, वो नाच लेंगे. नाच लेंगे, जरा आप कोशिश करो. मोदजी आइए स्टेज पर आइए भाषण मत दीजिए डांस कर दीजिए, वो कर देंगे. जो भी करवाना है करवा लो, चुनाव से पहले, चुनाव के बाद नरेंद्र मोदी नहीं दिखाई देंगे. राहुल गांधी ने मुजफ्फरपुर रैली में दिया गए इस बयान को बीजेपी और पीएम नरेंद्र मोदी ने लपक लिया है. आज मुजफ्फरपुर की ही रैली में पीएम मोदी ने राहुल के इस बयान के जरिए बिहार चुनाव में नया दांव खेल दिया है.
छठी मईया की पूजा उनके लिए ड्रामा और नौटंकी है, वोट पाने के लिए किया अपमान... राहुल पर बरसे पीएम मोदी
क्या छठी मईया एनडीए का लगाएंगी बेड़ा पार?
पीएम मोदी ने राहुल गांधी के बयान को छठ से जोड़कर इसे बिहार और बिहारियों का अपमान बताया है. पहले भी कांग्रेस की तरफ से ऐसे बयान आएं हैं जिनके जरिए बीजेपी और पीएम नरेंद्र मोदी ने चुनावों का रुख मोड़ा है. अब छठ जैसा बयान देकर राहुल ने बैठे-बिठाए मुसीबत मोल ले ली है. दूसरी तरफ, पीएम मोदी ने राहुल के इस बयान को दोनों हाथों से लपक लिया है. दरअसल, छठ बिहारवालों के लिए केवल त्योहार नहीं बल्कि एक भावना और आस्था है. राहुल के बयान को बीजेपी ने इसे राज्य की अस्मिता से जोड़ दिया है. लगे पीएम मोदी ने इस त्योहार को यूनेस्को में शामिल करने की कोशिश की भी बात आज कह दी है. पीएम मोदी ने राहुल के बयान से आरेजडी को लपेट लिया है. उन्हें पता है कि छठ का मुद्दा बिहारियों की अस्मित और भावना से जुड़ा है. उधर, आरेजडी-कांग्रेस थोड़ा सकपकाए हुए हैं. पीएम मोदी कई मौकों पर विपक्षियों के बयानों को अपने पक्ष में मोड़ने में कामयाब रहे हैं. चाहे मौत का सौदागर वाला सोनिया गांधी का बयान हो या फिर राहुल गांधी का चौकीदार चोर हो वाला बयान. अब पीएम मोदी ने बिहार चुनाव में छठ वाले बयान पर फ्रंटफुट पर खेलना शुरू कर दिया है.
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कांग्रेस-RJD वाले कर रहे हैं छठी मैया का अपमान
पीएम नरेंद्र मोदी ने राहुल के बयान के लपेटे में आरजेडी को भी ले लिया. दरअसल, जब राहुल गांधी ये बयान दे रहे थे तो उस वक्त मंच पर तेजस्वी यादव भी मौजूद थे. पीएम मोदी ने कहा कि आपका बेटा तो छठी मैया के लिए जय-जयकार कर रहा है तो दूसरी तरफ आरजेडी और कांग्रेस के लोग छठी मैया का अपमान कर रहे हैं. पीएम मोदी कहा कि आप मुझे बताइए क्या कोई कभी चुनाव में वोट पाने के लिए छठी मैया का अपमान कर सकता है? क्या ऐसा अपमान बिहार सहन करेगा? इस बार बिहार का चुनाव लहर विहीन माना जा रहा है. 6 नवंबर को पहले चरण के लिए 121 सीटों पर वोट पड़ेंगे जबकि 11 नवंबर को दूसरे चरण में 122 सीटों पर वोटिंग होनी है. नतीजे 14 नवंबर को आने हैं. अब सबसे बड़ा सवाल ये है कि क्या छठ वाला दांव बिहार की चुनावी फिजा बदलेगी?
फ्लोटिंग वोटर क्या करेंगे फैसला?
बिहार का चुनाव इस बार काफी कांटे की टक्कर वाला माना जा रहा है. यहां मुख्य मुकाबला महागठबंधन और एनडीए के बीच है. दूसरी तरफ, प्रशांत किशोर भी मुकाबले को रोचक बनाए हुए हैं. पहले चरण के चुनाव एक सप्ताह पहले पीएम मोदी ने छठ त्योहार के अपमान का जिक्र कर राज्य में एक ऐसा मुद्दा छेड़ दिया है जिसपर विपक्षी दल भी बैकफुट पर नजर आएंगे. कड़े मुकाबले में अक्सर छोटी-छोटी चीजों पर वोटर ऊपर-नीचे होते रहते हैं. वैसे भी बिहार में फ्लोटिंग वोटर का चलन काफी रहा है. अगर ऐसे वोटर पीएम नरेंद्र मोदी के छठ वाले बयान से खुद को जोड़ लेते हैं तो निश्चित तौर पर महागठबंधन के लिए मुश्किल बढ़ सकती है. एक लहर विहीन चुनाव में मु्द्दा को तलाशकर उसे जनता के सामने एनडीए ने परोस दिया है. अब देखना ये होगा कि इसका चुनाव पर क्या असर होगा. क्या छठी मैया एनडीए की नैया पार लगाएंगी?














