महाराष्ट्र (Maharashtra) के भंडारा (Bhandara Hospital Fire) जिला अस्पताल में बीती रात विशेष नवजात देखरेख इकाई में आग लगने से 10 नवजात बच्चों की दर्दनाक मौत हो गई. अस्पताल के एक डॉक्टर ने बताया कि नवजात बच्चों की उम्र एक महीने से तीन महीने के बीच थी. वार्ड में कुल 17 बच्चे थे. 7 बच्चों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया था. आग पर काबू पा लिया गया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narnedra Modi) ने इस हादसे पर शोक व्यक्त किया है.
पीएम मोदी ने ट्वीट किया, 'महाराष्ट्र के भंडारा में दिल दहला देने वाला हादसा, जहां हमने अनमोल मासूमों को खो दिया. मेरी सहानुभूति सभी शोक संतप्त परिवारों के साथ है. आशा करता हूं कि घायल जल्द से जल्द ठीक हो जाएं.'
जिला सिविल सर्जन प्रमोद खंडाते ने घटना के बारे में बताया कि भंडारा जिला अस्पताल में देर रात 1:30 बजे के आसपास आग लग गई. इकाई में 17 बच्चे थे, जिनमें से 7 को बचा लिया गया. उन्होंने बताया कि सबसे पहले एक नर्स ने अस्पताल के शिशु देखभाल विभाग से धुआं उठते देखा, जिसके बाद डॉक्टरों और अन्य कर्मचारियों को जानकारी मिली और वे पांच मिनट के भीतर यहां पहुंच गए.
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उन्होंने बताया कि इकाई के इनबाउंड वार्ड से 7 बच्चों को दमकल कर्मियों ने सुरक्षित बाहर निकाल लिया लेकिन 10 बच्चों को बचाया नहीं जा सका. खंडाते ने बताया कि बच्चों को जिस वार्ड में रखा जाता है, वहां लगातार ऑक्सीजन की आपूर्ति की जरूरत होती है. उन्होंने कहा, 'वहां आग बुझाने वाले उपकरण थे और कर्मियों ने उनसे आग बुझाने की कोशिश की. वहां काफी धुआं हो रहा था.'
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उन्होंने बताया कि आग का शिकार होने वाले बच्चों के माता-पिता को इसकी जानकारी दे दी गई है और बचाए गए 7 बच्चों को दूसरे वार्ड में भेज दिया गया है. उन्होंने बताया कि आईसीयू वार्ड, डायलिसिस और लेबर वार्ड से रोगियों को सुरक्षित दूसरे वार्ड में भेज दिया गया है. अभी तक आग लगने के पीछे की वजह का पता नहीं चल पाया है, लेकिन शॉर्ट सर्किट होने का संदेह है.
VIDEO: महाराष्ट्र : अस्पताल में आग, 10 नवजात की मौत