प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने बेंगलुरु-मैसूर एक्सप्रेसवे राष्ट्र को समर्पित करने के बाद कहा कि कांग्रेस मेरी कब्र खोदने में व्यस्त है, जबकि मैं बेंगलुरु-मैसूर एक्सप्रेसवे बनाने और गरीबों की जिंदगी बेहतर बनाने में व्यस्त हूं. कर्नाटक में डबल इंजन सरकार के तहत किसानों को दोगुना फायदा मिल रहा है. कांग्रेस के शासन के दौरान गरीबों को लाभ पाने के लिए दर-दर भटकना पड़ता था, लेकिन भाजपा सरकार में उन्हें घर बैठे फायदे मिल जाते हैं. देश में आधुनिक बुनियादी ढांचे के लिए काम हो रहा है, कर्नाटक बदल रहा है, भारत बदल रहा है. कांग्रेस-नीत गठबंधन ने गरीबों को बर्बाद करने के लिए कोई कोर कसर नहीं छोड़ी. कांग्रेस ने गरीबों को लूटा. गरीबों का दर्द उनके लिए मायने नहीं रखता. अच्छा बुनियादी ढांचा जीवन सुगमता बढ़ाता है. प्रगति के लिए नये अवसर पैदा करता है.‘भारतमाला' और ‘सागरमाला' जैसी पहल भारत के परिदृश्य को बदल रही हैं.
रोड-शो में बरसे फूल
आपको बता दें कि 8480 करोड़ रुपये की लागत से बना 118 किलोमीटर लंबा बेंगलुरु-मैसूर एक्सप्रेसवे एक्सप्रेसवे दोनों शहरों के बीच यात्रा का समय तीन घंटे से घटा कर केवल 75 मिनट कर देगा. इसके साथ ही प्रधानमंत्री मैसूर-खुशालनगर 4 लेन राजमार्ग की आधारशिला भी रखी. इससे पहले पीएम ने मांड्या जिले के जद(एस)-कांग्रेस के गढ़ में रोड शो किया. पीएम के रोड-शो में लोगों ने जमकर फूल बरसाए. कर्नाटक (Karnataka) में प्रधानमंत्री की इस साल यह छठी यात्रा है. आपको बता दें कि राज्य में अप्रैल-मई में विधानसभा चुनाव (Karnataka Assembly Election 2023) होने हैं.
यह है प्रधानमंत्री का कार्यक्रम
आज मांड्या में पीएम मोदी कई विकास परियोजनाओं का शिलान्यास एवं उद्घाटन करेंगे. इसके बाद पीएम मोदी धारवाड़ जाएंगे. दोपहर साढ़े तीन बजे IIT Dharwad का दौरा करेंगे. शाम चार बजे विभिन्न विकास परियोजनाओं का शिलान्यास एवं उद्घाटन करेंगे. हुबली-धारवाड़ के बीच दो ट्रेनों को हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे. कर्नाटक में इन दिनों बीजेपी की चार विजय संकल्प यात्राएं चल रही हैं. इनका समापन 25 मार्च को एक बड़ी जनसभा के रूप में होगा. पीएम मोदी इस जन सभा को संबोधित करने के लिए एक बार फिर कर्नाटक की यात्रा करेंगे.
बेंगलुरु-मैसूर एक्सप्रेसवे बनने से क्या होगा
इस परियोजना में NH-275 के बेंगलुरु-निदाघट्टा-मैसूर खंड (Bengaluru-Nidaghatta-Mysore section) को 6 लेन का बनाना शामिल है. 118 किलोमीटर लंबी परियोजना को लगभग 8480 करोड़ रुपये की कुल लागत से विकसित किया गया है. यह बेंगलुरु और मैसूरु के बीच यात्रा के समय को लगभग 3 घंटे से घटाकर लगभग 75 मिनट कर देगा. यह क्षेत्र में सामाजिक-आर्थिक विकास के लिए एक उत्प्रेरक के रूप में कार्य करेगा. प्रधानमंत्री मैसूर-खुशालनगर 4 लेन राजमार्ग की आधारशिला भी आज रखी है. 92 किलोमीटर में फैली इस परियोजना को करीब 4130 करोड़ रुपये की लागत से विकसित किया जाएगा. यह परियोजना बेंगलुरु के साथ कुशलनगर की कनेक्टिविटी को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी और यात्रा के समय को लगभग 5 से घटाकर केवल 2.5 घंटे करने में मदद करेगी.
दुनिया के सबसे लंबे रेलवे प्लेटफॉर्म को भी समर्पित करेंगे
प्रधानमंत्री IIT धारवाड़ को राष्ट्र को समर्पित करेंगे. फरवरी 2019 में प्रधानमंत्री द्वारा संस्थान की आधारशिला भी रखी गई थी. 850 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से इसे विकसित किया गया है. संस्थान वर्तमान में 4 वर्षीय बी.टेक, 5-वर्षीय बीएस-एमएस, एम.टेक और पीएचडी कराता है. प्रधानमंत्री श्री सिद्धारूढ़ स्वामीजी हुबली स्टेशन (Shree Siddharudha Swamiji Hubli Station) पर दुनिया के सबसे लंबे रेलवे प्लेटफॉर्म को भी राष्ट्र को समर्पित करेंगे. इस रिकॉर्ड को हाल ही में गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स द्वारा मान्यता दी गई है. करीब 1507 मीटर लंबे इस प्लेटफॉर्म को करीब 20 करोड़ रुपये की लागत से बनाया गया है. प्रधानमंत्री इस क्षेत्र में कनेक्टिविटी को बढ़ावा देने के लिए होसपेटे-हुबली-तीनाईघाट खंड के विद्युतीकरण और होसपेटे स्टेशन के उन्नयन को समर्पित करेंगे. 530 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से विकसित, विद्युतीकरण परियोजना विद्युत कर्षण पर निर्बाध ट्रेन संचालन स्थापित करती है. पुनर्विकसित होसपेटे स्टेशन यात्रियों को सुविधाजनक और आधुनिक सुविधाएं प्रदान करेगा. इसे हम्पी स्मारकों के समान डिजाइन किया गया है.
धारवाड़ बहु ग्राम जलापूर्ति योजना की आधारशिला रखेंगे
प्रधानमंत्री हुबली-धारवाड़ स्मार्ट सिटी की विभिन्न परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे. इन परियोजनाओं की कुल अनुमानित लागत लगभग 520 करोड़ रुपये है. ये प्रयास स्वच्छ, सुरक्षित और कार्यात्मक सार्वजनिक स्थान बनाकर जीवन की गुणवत्ता में वृद्धि करेंगे और शहर को भविष्य के शहरी केंद्र में बदल देंगे. प्रधानमंत्री जयदेव हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर की भी आधारशिला रखेंगे. करीब 250 करोड़ रुपये की लागत से अस्पताल को विकसित किया जाएगा. यह क्षेत्र के लोगों को तृतीयक कार्डियक देखभाल प्रदान करेगा. इस क्षेत्र में जल आपूर्ति को और बढ़ाने के लिए, प्रधानमंत्री धारवाड़ बहु ग्राम जलापूर्ति योजना की आधारशिला रखेंगे, जिसे 1040 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से विकसित किया जाएगा. पीएम तुप्पारीहल्ला फ्लड डैमेज कंट्रोल प्रोजेक्ट (Tupparihalla Flood Damage Control Project) की आधारशिला भी रखेंगे, जिसे लगभग 150 करोड़ रुपये की लागत से विकसित किया जाएगा. परियोजना का उद्देश्य बाढ़ से होने वाले नुकसान को कम करना है और इसमें दीवारों और तटबंधों को बनाए रखने का निर्माण शामिल है.
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