प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) 20 अक्टूबर को देश के पहले रीजनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम (Regional Rapid Transit System) का उद्घाटन करेंगे. दिल्ली-ग़ाज़ियाबाद-मेरठ कॉरिडोर के 17 किलोमीटर लम्बे रेल सेवा का पहला फेज़ बनकर तैयार है. इस रेल का नाम 'नमो भारत' रखा गया है. इसके प्रथम चरण में साहिबाबाद से दुहाई स्टेशन तक, यानी 17 किलोमीटर के रास्ते को ही खोला जाएगा. जिसमें कुल पांच स्टेशन हैं. ये स्टेशन साहिबाबाद, गाजियाबाद, गुलधर, दुहाई और दुहाई डिपो हैं. ट्रेन को इस दूरी को तय करने में 15-17 मिनट का समय लगेगा.
30,274 करोड़ रुपये की लागत से शुरू हो रही इस परियोजना का गलियारा 82 किलोमीटर लंबा होगा, यह दिल्ली के सराय काले खां स्टेशन से मेरठ के मोदीपुरम तक फैला होगा. मेल एक्सप्रेस ट्रेन में मेरठ और दिल्ली के बीच डेढ़ घंटे और लोकल ट्रेन में दो घंटे का समय लगता है, लेकिन रैपिड रेल में केवल 55-60 मिनट लगेंगे.
रैपिड रेल में ये बड़ी खूबियां
रैपिड रेल में झुकने वाली सीटों और खिड़कियों के अलावा हाई-टेक कोचों में डिजिटल स्क्रीन लगाई गई है. जिस पर यात्री किसी भी समय ट्रेन का अपना रूट चेक कर सकते हैं. इसके साथ ही डिजिटल स्क्रीन पर चल रही ट्रेन की मौजूदा स्पीड का भी पता लगाया जा सकेगा. हर एक रेक में छह कोच, एक प्रीमियम और पांच स्टैंडर्ड होंगे. प्रीमियम कोचों के लिए यात्रियों को ज्यादा किराया देना होगा. स्टैंडर्ड कोचों में से एक कोच महिलाओं के लिए आरक्षित होगा. रैपिड रेल में 50% से ज्यादा महिला कर्मचारी होंगी. स्थानीय लोगों का रोजगार सुनिश्चित करने के लिए दिल्ली और मेरठ के बीच रहने वाले लोगों को प्राथमिकता दी जाएगी.
एनडीटीवी की टीम ने मंगलवार को इस आधुनिक ट्रेन में सफर कर इसकी विशेषताओं का जायजा लिया. यह गाजियाबाद के स्थानीय लोगों के लिए एक नया अनुभव होगा. इसमें आम यात्रियों की सुविधा के लिए शताब्दी ट्रेन या हवाई जहाज की इकोनॉमी क्लास जैसी रिक्लाइनिंग सीटें लगाई गई हैं. हर तरफ डिजिटल स्क्रीन लगाई गई हैं, जो स्टेशन से जुड़ी जानकारी के साथ ही ट्रेन की रियल टाइम स्पीड भी बताएंगे. इसमें एंट्री के लिए हाई-टेक ऑटोमेटिक गेट्स लगे हैं, प्लेटफार्म और ट्रेन के ट्रैक के बीच ग्लास की दीवार भी लगाई गई है.
एनडीटीवी ने जब पहले इस ट्रेन में सफर किया तो ट्रेन की रफ्तार कुछ देर के लिए 146 किलोमीटर प्रति घंटे तक पहुंच गई थी. पहले चरण में RapidX गाजियाबाद के साहिबाबाद से दोहाई डिपो के बीच चलेगी.
50 प्रतिशत से ज्यादा महिला स्टाफ
इसमें मेट्रो की तर्ज पर महिलाओं के लिए अलग कोच होगा. इसमें 50 प्रतिशत से ज्यादा महिला स्टाफ होगा, जिन्हें स्थानीय स्तर पर रिक्रूट किया गया है. इस हाई स्पीड ट्रैन में कुल 6 कोच होंगे. एक कोच प्रीमियम कैटेगरी के यात्रियों के लिए होगा जो इंजन के बाद पहला कोच होगा.
बेहद खास होगा प्रीमियम कोच
प्रीमियम कोच में सीटें ज्यादा आरामदायक हैं. इसमें लेग स्पेस ज्यादा है और सीटों के बीच जगह भी काफी है. इसका किराया स्टैण्डर्ड कोच से ज्यादा रखा गया है. इस कोच के सामने प्लेटफार्म पर एक रेस्टिंग एरिया भी तैयार किया गया है, जहां प्रीमियम क्लास के पैसेंजर ट्रेन का इंतजार करेंगे और यहां स्नैक्स का भी इंतजाम होगा.
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