प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (PM Narendra Modi) की आज से शुरू हो रही दो दिवसीय संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) यात्रा में ऊर्जा, पत्तन, वित्तीय प्रौद्योगिकियों (फिनटेक), डिजिटल अवसंरचना, रेलवे और निवेश प्रवाह के क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा. प्रधानमंत्री मोदी और यूएई के राष्ट्रपति शेख मोहम्मद बिन जायेद अल नहयान के बीच वार्ता के बाद दोनों पक्ष अनेक महत्वपूर्ण क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने के लिए कई समझौतों पर हस्ताक्षर कर सकते हैं. विदेश सचिव विनय क्वात्रा ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि दोनों पक्ष पत्तन, साजो-सामान, ऊर्जा सुरक्षा, ऊर्जा व्यापार और डिजिटल क्षेत्रों समेत अन्य में आपसी समझ बढ़ाने के लिए काम कर रहे हैं. आज ही मोदी और अल नहयान की बातचीत होगी.
क्वात्रा ने बताया कि पत्तन और समुद्री क्षेत्र में सहयोग के लिए कुछ समझौते हो सकते हैं. उन्होंने कहा, ‘‘चूंकि दोनों अर्थव्यवस्थाओं के बीच डिजिटल सहयोग साझेदारी का महत्वपूर्ण तत्व है, हम यह भी देख रहे हैं कि क्या हम डिजिटल अवसंरचना के क्षेत्र में निवेश पर सहमति पर पहुंच सकते हैं.''
दोनों पक्ष अनेक समझौतों पर चर्चा कर रहे : क्वात्रा
क्वात्रा ने कहा कि दोनों पक्ष समुद्री विरासत के साथ-साथ फिनटेक उत्पादों और रेलवे के क्षेत्रों में संभावित सहयोग की भी पड़ताल कर रहे हैं. उन्होंने कहा, ‘‘फिलहाल दोनों पक्ष अनेक समझौतों पर चर्चा कर रहे हैं जिन्हें यात्रा के दौरान अंतिम रूप दिया जा सकता है.''
क्वात्रा ने कहा कि वह इससे ज्यादा जानकारी साझा नहीं कर सकते.
विदेश मंत्रालय ने यात्रा की घोषणा करते हुए शनिवार को कहा था कि यह प्रधानमंत्री की 2015 के बाद से सातवीं यूएई यात्रा होगी.
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