प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को झारखंड की जमशेदपुर लोकसभा सीट के घाटशिला में विशाल चुनावी रैली को संबोधित करते हुए कांग्रेस, झामुमो और राजद पर जोरदार हमला बोला. प्रधानमंत्री ने कहा कि कांग्रेस के शहजादे नक्सलियों की भाषा बोल रहे हैं. वे उद्योगों और उद्योगपतियों पर लगातार हमला कर रहे हैं. नक्सली बिना पैसा लिए किसी उद्योगपति को कोई काम नहीं करने देते थे. हमने उन नक्सलियों की कमर तोड़ दी, लेकिन अब कांग्रेस और झामुमो ने उन नक्सलियों की जिम्मेदारी उठा ली है. इन्हें उद्योगों के विकास से नहीं, बल्कि भ्रष्टाचार और वसूली से मतलब है.
पीएम ने सवाल उठाया कि जब कांग्रेस के शहजादे उद्योगपतियों और निवेशकों का विरोध करेंगे, तो तमिलनाडु, केरल, कर्नाटक, पश्चिम बंगाल, तेलंगाना, झारखंड जैसे राज्यों में जहां कांग्रेस और उनकी सहयोगी पार्टियों की सरकारें हैं, कौन निवेशक जाएगा और कौन उद्योग लगाएगा? कांग्रेस और उसकी पार्टियों की सरकारें उद्योगों और उद्योगपतियों के खिलाफ माहौल बनाकर वहां के नौजवानों के भविष्य से खिलवाड़ कर रही हैं.
उन्होंने झारखंड में झामुमो-कांग्रेस-आरजेडी की सरकार पर राज्य को लूटने का आरोप लगाते हुए कहा कि इनके नेताओं और अफसरों के यहां से नोटों के पहाड़ निकल रहे हैं. आज झारखंड का नाम लेते ही खनिज संपदाओं से संपन्न राज्य का नहीं, बल्कि लूटकर बनाए गए नोटों के पहाड़ का दृश्य सामने आता है. मोदी इनके ठिकानों से लूट के पैसे निकलवा रहा है. ये गरीबों, आदिवासियों, दलितों, पिछड़ों और आपके बच्चों के हक का पैसा है. उन्होंने कहा कि यह उनकी गारंटी है कि जिन लोगों से ये पैसे लूटे गए हैं, उन्हें वापस कराएंगे. इसके लिए सरकार कानूनी रास्ते तलाश रही है.
राहुल गांधी और सोनिया गांधी का नाम लिए बगैर प्रधानमंत्री ने कहा कि ये लोग संसद की सीट का भी वसीयतनामा लिख रहे हैं. शहजादे वायनाड से भागकर रायबरेली पहुंचे और कह रहे हैं कि यह मेरी मम्मी की सीट है. उनकी माता कह रही हैं कि वह अपने बेटे को रायबरेली सौंप रही हैं. क्या इन्हें रायबरेली के लिए 50-60 साल से सेवा करने वाला एक भी कार्यकर्ता नहीं मिला?
प्रधानमंत्री ने कांग्रेस को भ्रष्टाचार की जननी बताते हुए कहा कि उन्होंने अनगिनत घोटालों में रिकॉर्ड बनाए, उनकी सहयोगी आरजेडी ने नौकरी के बदले गरीबों से उनकी जमीनें लिखवा ली और झामुमो ने उनसे यही चरित्र सीखा. झामुमो ने झारखंड में जमीन घोटाला किया, गरीब आदिवासियों की जमीनें हड़पीं और सेना की जमीन हड़पने की कोशिश की. हम जमशेदपुर के धालभूमगढ़ में एयरपोर्ट बनाना चाहते हैं, लेकिन झामुमो और कांग्रेस वाले इसमें रोड़े अटकाने की कोशिश कर रहे हैं.
प्रधानमंत्री ने कहा कि चुनाव में देश की अर्थव्यवस्था, उद्योगों-लघु उद्योगों के विकास, राष्ट्रीय सुरक्षा, कृषि एवं वन उपज और नौजवानों के भविष्य पर बात होनी चाहिए, लेकिन कांग्रेस-झामुमो को इन बातों से मतलब नहीं. इन्हें विकास का “क ख ग घ” भी मालूम नहीं.
उन्होंने कहा कि "मैं गरीबों का दर्द जानता हूं" और उनके लिए 10 साल से निरंतर लगा हूं. हमने 25 करोड़ लोगों को गरीबी से बाहर निकाला है, 52 करोड़ लोगों के जन-धन खाते खुलवाए, चार करोड़ लोगों को पक्का मकान दिया है. हर घर तक नल से जल पहुंचाया है.
पीएम मोदी ने कहा, "संविधान को खतरा इंडी गठबंधन से है, बाबा साहेब अंबेडकर धर्म के आधार पर आरक्षण के खिलाफ थे, लेकिन ये लोग दलित, आदिवासियों और पिछड़ों का आरक्षण छीनकर मुस्लिमों को देने की बात करते हैं. कुछ राज्यों मे इसकी शुरुआत भी हो गई है. हमने कांग्रेस से लिखित तौर पर यह गारंटी देने को कहा था कि वे धर्म के नाम पर आरक्षण नहीं देंगे, लेकिन वे अब तक इस पर चुप हैं."
प्रधानमंत्री ने जमशेदपुर से भाजपा प्रत्याशी विद्युत वरण महतो को विजयी बनाने की अपील करते हुए कहा कि आपका एक-एक वोट मोदी को जाएगा.
जनसभा को झारखंड प्रदेश भाजपा अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने भी संबोधित किया. इस मौके पर केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा और झारखंड विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष अमर कुमार बाउरी भी मौजूद रहे.
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