PM नरेंद्र मोदी ने शनिवार को बंगबंधु के स्थिर, समृद्ध और प्रगतिशील बांग्लादेश के सपने को साकार करने के लिए भारत की प्रतिबद्धता दोहराई. इसके अलावा पीएम ने कहा कि नई दिल्ली ढाका के साथ अपने संबंधों को सर्वोच्च प्राथमिकता देना जारी रखेगी.
PM मोदी ने नई दिल्ली स्थित हैदराबाद हाउस में बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना के साथ बातचीत के बाद कहा, "बांग्लादेश भारत का सबसे बड़ा विकास साझेदार है. यह हमारी नेबरहुड फर्स्ट पॉलिसी, एक्ट ईस्ट पॉलिसी, विजन सागर और हिंद-प्रशांत विजन के संगम पर स्थित है. हमने मिलकर पिछले एक साल में अनेक महत्वपूर्ण जनकल्याणकारी परियोजनाएं पूरी की हैं."
दोनों देशों के विकास साझेदारी, ऊर्जा, जल संसाधन, व्यापार, रक्षा सहयोग आदि समेत द्विपक्षीय सहयोग के विभिन्न क्षेत्रों पर चर्चा की गई. पीएम मोदी ने कहा कि दोनों देशों ने नये क्षेत्रों में सहयोग के लिए भविष्योन्मुखी (फ्यूचरिस्टिक) विजन तैयार किया है. हरित साझेदारी, डिजिटल साझेदारी, ब्लू अर्थव्यवस्था और अंतरिक्ष जैसे क्षेत्रों में सहयोग पर बनी आम सहमति से दोनों देशों के युवाओं को लाभ होगा.
उन्होंने कहा, "हम हिंद-प्रशांत महासागर पहल में शामिल होने के बांग्लादेश के फैसले का स्वागत करते हैं. हम बिम्सटेक समेत अन्य क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भी अपना सहयोग जारी रखेंगे."
बता दें कि दोनों नेता 2019 से अब तक 10 बार एक-दूसरे से मिल चुके हैं, जिससे संबंधों में अभूतपूर्व परिवर्तन हुए हैं. इससे पहले, पीएम मोदी ने भारत में नई सरकार के गठन के बाद द्विपक्षीय राजकीय यात्रा पर आए पहले अतिथि के रूप में बांग्लादेश की प्रधानमंत्री का राष्ट्रपति भवन के परिसर में स्वागत किया.
प्रधानमंत्री शेख हसीना ने राजघाट जाकर महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि भी अर्पित की. बांग्लादेश की पीएम का राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ से भी मुलाकात करने का कार्यक्रम है. शेख हसीना उन अंतरराष्ट्रीय नेताओं में शामिल थीं, जिन्होंने इस महीने की शुरुआत में 9 जून को पीएम मोदी और केंद्रीय मंत्रिपरिषद के शपथ ग्रहण समारोह में हिस्सा लिया था.