- इस साल दिवाली के दौरान देशभर में त्योहारी बिक्री का आंकड़ा पांच लाख करोड़ रुपये से अधिक पहुंचने का अनुमान है.
- इस दिवाली मिठाई, इलेक्ट्रॉनिक्स, ऑटोमोबाइल, ज्वेलरी और सजावटी सामग्री की बिक्री में जबरदस्त उछाल देखा गया है.
- सेवा क्षेत्र जैसे ट्रांसपोर्ट, पैकेजिंग, कैटरिंग, ट्रैवल और हॉस्पिटैलिटी को दिवाली से बड़ा आर्थिक लाभ मिला है.
इस साल दिवाली पर देशभर में त्यौहारी बिक्री का आंकड़ा 5 लाख करोड़ रुपये से अधिक पहुंचने का अनुमान है. यह अर्थव्यवस्था में पूंजी प्रवाह को तीव्र गति देगा, व्यापार को प्रोत्साहित करेगा और उपभोक्ता बाजार में नई ऊर्जा का संचार करेगा. देशभर के बाजारों में इस समय खचाखच भीड़ है. ग्राहक देखकर और परखकर खरीदारी करने की पुरानी 'टच एंड फील' परंपरा में लौट आए हैं जिससे ऑनलाइन बिक्री को तगड़ा झटका लगा है. व्यापारी खुश हैं, ग्राहक खुश हैं. इस बार की दिवाली ने व्यापारिक इतिहास का नया रिकॉर्ड बना दिया है.
खूब बिके एसी, फ्रिज और मोबाइल
प्रमुख वस्तुएं जिनकी बिक्री में जबरदस्त उछाल आया है उनमें मुख्य रूप से मिठाई, ड्राई फ्रूट्स, फल, खाद्यान्न, परिधान, टेक्सटाइल्स, कंज्यूमर ड्यूरेबल्स, इलेक्ट्रॉनिक उत्पाद, मोबाइल, टीवी, फ्रिज, वाशिंग मशीन, एयर कंडीशनर, ऑटोमोबाइल, टू-व्हीलर, ज्वैलरी, सोना–चांदी–सिक्के, गिफ्ट आइटम, सजावटी सामग्री, पूजन सामग्री, मिट्टी के दीये और लाइटिंग उत्पाद, फर्निशिंग फैब्रिक्स, प्रमुख रूप से शामिल हैं.
लॉजिस्टिक्स सेक्टर में भी जोश
इसके साथ ही सेवा क्षेत्र में भी दिवाली ने नई जान फूंक दी है. ट्रांसपोर्ट, पैकेजिंग, लॉजिस्टिक्स, कैटरिंग, इवेंट मैनेजमेंट, ब्यूटी सैलून, ट्रैवल, हॉस्पिटैलिटी और मनोरंजन क्षेत्र को इस त्यौहार से बड़ा आर्थिक लाभ हुआ है. दिल्ली के चांदनी चौक से सांसद एवं कैट के राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीन खंडेलवाल ने कहा कि यह त्यौहार केवल दीपों का नहीं बल्कि ‘स्वदेशी व्यापार' के पुनर्जागरण का प्रतीक बन गया है. प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में देश का व्यापार जगत अब पूरी तरह आत्मनिर्भर भारत के मार्ग पर आगे बढ़ रहा है.
इस बार भारतीय दिवाली
खंडेलवाल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की 'स्वदेशी' अपील से प्रेरित होकर कैट ने इस साल को 'स्वदेशी भारतीय दिवाली' के तौर पर मनाने का संकल्प लिया है. इसके तहत कैट की ओर से चलाया गया राष्ट्रीय अभियान 'भारतीय सामान, हमारा स्वाभिमान' देशभर में अत्यंत सफल रहा है. देश के कोने–कोने में व्यापारी केवल भारतीय उत्पादों को बढ़ावा दे रहे हैं और उपभोक्ताओं में 'मेक इन इंडिया' के लिए गर्व और आत्मविश्वास की भावना गहराई तक पहुंची है.
कब मनाई जाएगी दिवाली
दिवाली मनाने की तारीख़ों के बीच चल रहे भ्रम के माहौल में, शास्त्र सम्मत मत और प्रकांड विद्वानों की सलाह के बाद कॉन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) की घोषणा के अनुरूप देश भर के व्यापारी कल 20 अक्तूबर को ही धूमधाम से दिवाली मना रहे हैं. स्थानीय परिस्थितियों के चलते कुछ क्षेत्रों में 21 अक्तूबर को भी दिवाली मनाई जाएगी, परंतु अयोध्या, वाराणसी, उज्जैन, मथुरा सहित देश की प्रमुख धार्मिक नगरियों में 20 अक्तूबर को ही दीपोत्सव का पर्व मनाया जाएगा.
कैट की वेद एवं ज्योतिष समिति के अध्यक्ष और महाकाल नगरी उज्जैन के विद्वान आचार्य दुर्गेश तारे ने बताया कि 20 अक्तूबर को श्री महालक्ष्मी पूजन का श्रेष्ठ मुहूर्त दोपहर 1:38 बजे से सायं 7:30 बजे तक तथा रात्रि 10:38 बजे से 12:11 बजे तक रहेगा.