प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को कहा कि कांग्रेस अपनी ‘दागदार पृष्ठभूमि' के बावजूद सत्ता हथियाने का सपना देख रही है लेकिन उसे इस बात की जानकारी नहीं है कि लोकसभा चुनाव के पहले दो चरणों में ‘इंडिया' गठबंधन पहले ही हार चुका है. मोदी ने सोलापुर में एक रैली को संबोधित करते हुए कहा कि नेतृत्व को लेकर ‘इंडिया' गठबंधन में एक ‘महायुद्ध' हो रहा है और वे ‘पांच वर्ष में पांच प्रधानमंत्री' का फार्मूला लेकर आए हैं, जो अंतत: देश को लूटेंगे.
उन्होंने कहा कि लोगों ने 10 वर्ष तक उनकी परीक्षा ली है जबकि ‘इंडिया' गठबंधन में नेतृत्व का संकट है. मोदी ने कहा, ‘‘इस चुनाव में आप अगले पांच वर्ष के विकास की गारंटी चुनेंगे. दूसरी तरफ ऐसे लोग हैं, जिन्होंने 2014 से पहले देश को भ्रष्टाचार, आतंकवाद और कुशासन दिया. अपने दागदार इतिहास के बावजूद कांग्रेस एक बार फिर देश में सत्ता हथियाने का सपना देख रही है लेकिन उन्हें नहीं पता कि चुनाव के पहले दो चरणों में इंडिया गठबंधन को परास्त कर दिया गया है.''
उन्होंने कहा कि जनता ने 10 वर्ष तक मोदी की परीक्षा ली है और उसने उनका हर कदम देखा है और उनके हर शब्द को मापा है. उन्होंने कहा कि दूसरी तरफ नेतृत्व को लेकर ‘इंडिया' गठबंधन में ‘महायुद्ध' हो रहा है. उन्होंने कहा, ‘‘क्या आप किसी ऐसे व्यक्ति के हाथ में देश की बागडोर सौंपेंगे जिसने नाम या चेहरा (प्रधानमंत्री उम्मीदवार का) तय नहीं किया है? क्या कोई ऐसी गलती करेगा?'' विपक्षी खेमे पर निशाना साधते हुए मोदी ने कहा कि कुछ लोग सत्ता छीनने के लिए देश में कलह पैदा कर रहे हैं और उन्होंने ‘पांच वर्ष में पांच प्रधानमंत्री' का फार्मूला तैयार किया है.
उन्होंने कहा, ‘‘एक वर्ष, एक पीएम. पहला जितना चाहेगा लूटेगा, दूसरा लूटता रहेगा और फिर तीसरा, चौथा और पांचवां भी ऐसा ही करेगा.'' महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे पर निशाना साधते हुए मोदी ने कहा कि ‘नकली' शिवसेना कहती है कि उनके पास नेतृत्व के लिए कई विकल्प हैं. उन्होंने कहा, ‘‘क्या देश ‘पांच वर्ष में पांच प्रधानमंत्री' के इस फॉर्मूले पर चल सकता है? वास्तव में, वे देश नहीं चलाना चाहते हैं और उन्हें आपके भविष्य की चिंता नहीं है. वे सिर्फ मलाई खाना चाहते हैं.''
मोदी ने कहा कि पिछले 10 वर्ष में केंद्र सरकार का जोर सच्चे, सामाजिक न्याय की कोशिश रहा जबकि कांग्रेस ने 60 वर्ष के शासन में अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और ओबीसी के अधिकारों को छीनने का काम किया. उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र सामाजिक न्याय की भूमि है. उन्होंने कहा, ‘‘आपने कांग्रेस का 60 वर्ष का शासन देखा है और मोदी के 10 वर्ष के सेवा काल को भी देखा है. सामाजिक न्याय के लिए पिछले एक दशक में जिस तरह काम किया गया, वह आजादी के बाद नहीं हुआ.''
मोदी ने कहा कि यह उनकी (कांग्रेस की) नीति है कि पिछड़े वर्गों के लिए कुछ नहीं किया जाए ताकि वे उन पर ‘आश्रित' रहें और वोट हासिल किए जा सकें. प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘हमने ओबीसी आयोग को संवैधानिक दर्जा दिया, मेडिकल परीक्षाओं में ओबीसी कोटा लागू किया, ओबीसी के लिए राजनीतिक कोटा बढ़ाया जिसे 10 वर्ष बढ़ाया जा सकता है.'' उन्होंने कहा कि दलितों, आदिवासियों या ओबीसी के अधिकारों को छीने बिना, सरकार ने सामान्य वर्ग के गरीब लोगों को 10 प्रतिशत कोटा दिया, जिसका दलित नेताओं सहित हर किसी ने स्वागत किया.
उन्होंने कहा, ‘‘जैसा कि हर बच्चा अंग्रेजी माध्यम में शिक्षा प्राप्त नहीं कर सकता है, हमने छात्रों को मराठी माध्यम में डॉक्टर बनने का रास्ता तैयार किया. यदि वे इंजीनियर बनना चाहते हैं, तो वे मराठी में पढ़ सकते हैं. आप देश चला सकते हैं, भले ही आपको अंग्रेजी न आती हो.'' मोदी ने कहा कि कांग्रेस कभी नहीं चाहती थी कि दलित, आदिवासी और ओबीसी नेतृत्व देश का नेतृत्व करे. उसने तो दलित नेताओं का अपमान ही किया.
उन्होंने कहा, ‘‘बाबा साहेब आंबेडकर को भारत रत्न तब मिला जब केंद्र में भाजपा समर्थित सरकार सत्ता में थी. भाजपा दलितों और आदिवासियों को अधिकतम प्रतिनिधित्व देने का प्रयास करती है.'' उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) ने 2014 और 2019 में एक दलित (रामनाथ कोविंद) के बेटे और एक आदिवासी बेटी (द्रौपदी मुर्मू) को राष्ट्रपति बनाया. मोदी ने दावा किया कि कांग्रेस और ‘इंडिया' गठबंधन ओबीसी प्रतिनिधित्व पर झूठ फैला रहे हैं क्योंकि वे बेनकाब होने के बाद चिढ़ गए हैं.
उन्होंने कहा, ‘‘पूरे चुनाव में इंडिया गठबंधन का एकमात्र एजेंडा मोदी को गाली देना है. वे हर दिन नयी गालियों का आविष्कार करते हैं. मैं उनसे कहना चाहता हूं कि वे राष्ट्र के लिए बोलें. उनके पास दृष्टि की कमी है. हमारे पास दृष्टिकोण है और हम इसे हकीकत में बदल सकते हैं.'' उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस नीत विपक्ष यह झूठ भी फैला रहा है कि अगर भाजपा फिर से सत्ता में आई तो संविधान को बदल दिया जाएगा.
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘अगर डॉ. आंबेडकर भी आ जाएं और संविधान बदलना चाहें तो भी वह ऐसा नहीं कर पाएंगे.''मोदी ने दावा किया कि ‘इंडिया' गठबंधन दलितों और ओबीसी का हिस्सा अल्पसंख्यकों को देना चाहता है. उन्होंने कहा, ‘‘मैं ऐसा होने नहीं दूंगा. वे अल्पसंख्यकों को कोटा का एक बड़ा हिस्सा देकर कर्नाटक में पहले ही खेल खेल चुके हैं. मैं इसकी अनुमति नहीं दूंगा. एससी, एसटी और ओबीसी समुदायों के लोगों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ा.''
कांग्रेस ने बाबासाहेब आंबेडकर के संविधान को कश्मीर में लागू नहीं होने दिया. उन्होंने अनुच्छेद 370 का उल्लंघन किया, लेकिन मोदी ने इसे हटा दिया और जम्मू-कश्मीर के लोगों को सामाजिक न्याय का अधिकार दिया. सोलापुर सीट पर कांग्रेस की प्रनीति शिंदे और भाजपा के राम सतपुते के बीच मुकाबला है.
ये भी पढ़ें : इंदौर :पर्चा वापस लेने वाले कांग्रेस उम्मीदवार पर दर्ज प्राथमिकी में हत्या के प्रयास का आरोप जोड़ा
ये भी पढ़ें : कांग्रेस ने भाजपा, योगी और आयरलैंड में भारतीय राजदूत के खिलाफ निर्वाचन आयोग से शिकायत की
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)