PHOTOS : सिर पर हैट, हाथों में कैमरा : चीतों को बाड़े में छोड़ने के बाद वाइल्ड फोटोग्रोफी में मशगूल दिखे PM मोदी

देश में अंतिम चीते की मौत 1947 में कोरिया जिले में हुई थी, जो छत्तीसगढ़ जिले में स्थित है.

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Project Cheetah was approved by the Supreme Court in 2020.
नई दिल्ली:

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को मध्य प्रदेश के कुनो नेशनल पार्क में आठ में से दो चीतों को छोड़ा. पार्क में एक मंच स्थापित किया गया था, जिस पर चीतों के विशेष पिंजरों को रखा गया और पीएम मोदी ने लीवर चलाकर चीतों को एक बाड़े में छोड़ दिया.

पीएम मोदी Fedora टोपी पहने हुए, एक प्रोफेशनल कैमरे के साथ तस्वीरें खींचते हुए दिखाई दिए.

भारत में चीतों को विलुप्त घोषित किए जाने के सात दशक बाद उन्हें देश में फिर से बसाने की परियोजना के तहत नामीबिया से आठ चीते शनिवार सुबह कुनो राष्ट्रीय उद्यान पहुंचे. पहले इन्हें विशेष विमान से ग्वालियर हवाई अड्डे और फिर हेलीकॉप्टरों से श्योपुर जिले में स्थित केएनपी लाया गया.

शनिवार को अपना 72 वां जन्मदिन मना रहे प्रधानमंत्री मोदी ने चीतों को केएनपी के एक विशेष बाड़े में छोड़ दिया. चीते धीरे-धीरे पिंजड़ों से बाहर आते दिखे. इस मौके पर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी मंच पर मौजूद थे.

इन चीतों को ‘टेरा एविया' की एक विशेष उड़ान में लाया गया है जो यूरोप में चिसीनाउ, मोल्दोवा में स्थित एक एयरलाइन है और चार्टर्ड यात्री और मालवाहक उड़ानें संचालित करती है.

कुनो राष्ट्रीय उद्यान विंध्याचल की पहाड़ियों के उत्तरी किनारे पर स्थित है और 344 वर्ग किलोमीटर इलाके में फैला हुआ है.

देश में अंतिम चीते की मौत 1947 में कोरिया जिले में हुई थी, जो छत्तीसगढ़ जिले में स्थित है.

1952 में चीते को भारत में विलुप्त घोषित किया गया था. भारत में फिर से चीतों को बसाने के लिए ‘अफ्रीकन चीता इंट्रोडक्शन प्रोजेक्ट इन इंडिया' 2009 में शुरू हुआ था और इसने हाल के कुछ वर्षों में गति पकड़ी है.

भारत ने चीतों के आयात के लिए नामीबिया सरकार के साथ समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए हैं. 

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