पीएम मोदी को विदेश यात्रा में मिले बेशकीमती तोहफे, जानें किस देश का उपहार सबसे महंगा

अगर ऐसे दान या भेंट का अनुमानित मूल्य 5 हजार रुपये से अधिक होता है, तो इन्हें विदेश मंत्रालय के तोशाखाना में भेज दिया जाता है.

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PM Modi : पीएम मोदी ने पिछले एक साल में डेनमार्क, फ्रांस समेत कई देशों की यात्रा की
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पीएम मोदी ने डेनमार्क, फ्रांस समेत कई देशों की यात्रा की
5 हजार रुपये से अधिक मूल्य के उपहार तोशाखाना में जमा होते हैं
विदेश मंत्री और विदेश सचिव को भी मिले उपहार
नई दिल्ली:

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Pm Modi Gift) जब भी विदेश यात्रा पर जाते हैं, तो वहां के नेताओं के लिए उपहार ले जाना नहीं भूलते. विदेशी मेजबानों की ओर से भी पीएम मोदी को ऐसे यादगार तोहफे मिलते रहे हैं. पिछले एक साल में विदेश यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री को 30 से ज्यादा यादगार तोहफे मिले हैं. इस अवधि में पीएम मोदी को 15. 65 लाख रुपये मूल्य के 30 से अधिक उपहार मिले हैं. इसमें धूपदानी, भगवान गणेश की मूर्ति, महात्मा बुद्ध से जुड़े प्रतीक चिह्न, कंबल, दरी, स्वेटर, टोपी, गुलाब जल, गुलदान, लकड़ी के बक्से जैसी वस्तुएं शामिल हैं. इन उपहारों को हालांकि नियमानुसार विदेश मंत्रालय के तोशाखाना में जमा कर दिया गया है. तोशाखाना के ब्योरे के अनुसार, अप्रैल 2021 से अप्रैल 2022 के बीच प्रधानमंत्री को विदेश यात्राओं के दौरान एवं अन्य माध्यमों से 30 से अधिक तोहफे मिले. इस अवधि में प्रधानमंत्री मोदी ने डेनमार्क, फ्रांस, जर्मनी, इटली, ब्रिटेन, अमेरिका, बांग्लादेश जैसे देशों की यात्रा की थी.

प्रधानमंत्री को मिले तोहफे में सबसे कीमती उपहार लकड़ी, चांदी और सोने से निर्मित शतरंज का सेट शामिल है. इसकी कीमत 5 लाख रुपये है. उन्हें बर्तनों के चार सेट भी उपहार में मिले. इसकी कीमत 4.5 लाख रुपये है. विदेश मंत्री एस जयशंकर को विदेश से एक साल में 5.84 लाख रुपये मूल्य के 51 तोहफे मिले हैं. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को 47,900 रुपये मूल्य के 8 तोहफे मिले. इसमें एक छोटी पिस्तौल और छह कारतूस तथा चिवास रीगल स्कॉच व्हिस्की शामिल है. कानून के अनुसार, जब किसी भारतीय प्रतिनिधिमंडल के किसी सदस्य को दान या भेंट के माध्यम से विदेशी तोहफा प्राप्त होता है तो उसे ऐसे दान या भेंट मिलने के 30 दिन की अवधि के भीतर संबंधित मंत्रालय या विभाग को सौंपना होता है.

अगर ऐसे दान या भेंट का अनुमानित मूल्य 5 हजार रुपये से अधिक होता है, तो इन्हें विदेश मंत्रालय के तोशाखाना में भेज दिया जाता है. तोशाखाना विभाग के ब्योरे के अनुसार, प्रधानमंत्री मोदी को चांदी के सिक्के, घड़ी, स्मारिका, हस्तनिर्मित धूपदानी, मालदीव की हस्तशिल्प सामग्री, महात्मा बुद्ध से जुड़ी सूचीपत्र एवं उनकी मूर्ति, प्रसिद्ध कलाकार ओलाफ वॉन क्लिफ द्वारा बनायी गई भगवान गणेश की तस्वीर तोहफे में मिली . मोदी को शीशे का कटोरा, कलम, ऑस्ट्रेलिया की विशिष्ट अकुर्बा टोपी, लकड़ी का बना कप, गुलाब जल, जैतून का तेल और शीशे का गुलदान, भगवान गणेश की छोटी मूर्ति, लकड़ी का बक्सा, स्टील का जग, लकड़ी की बनी दरी, ‘इंडिपेंडेंस-आवर हैप्पीनेस' नामक पुस्तक भी भेंट स्वरूप मिली. उन्हें कंबल, दरी स्वेटर, नव वर्ष का तोहफा, कलमों का सेट, धातु से बनी भगवान गणेश की मूर्ति भी तोहफे में मिली.

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विदेश सचिव रहे हर्षवर्द्धन श्रृंगला को करीब 80 हजार रुपये मूल्य के तोहफे मिले. सीडीएस रहे बिपिन रावत को उपहार के तौर पर पेंटिंग, टी सेट, साज सज्जा की सामग्री आदि मिली. वहीं, सेना प्रमुख रहे मनोज मुकुंद नरवणे को विभिन्न उपहारों के साथ 2 लाख रुपये मूल्य की एक तलवार मिली. वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल को क्रॉकरी सेट, पत्थर से बनी मूर्ति, घड़ी के अलावा लेडीज स्टोल आदि तोहफे में मिले. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को हस्तनिर्मित सामग्री, स्मारिका, कॉफी सेट भेंट में मिले.
 

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