प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को रविवार को मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सिसी ने मिस्र (Egypt) का सर्वोच्च राजकीय सम्मान 'ऑर्डर ऑफ द नाइल' (Order Of The Nile) से सम्मानित किया. यह 13वां ऐसा सर्वोच्च राजकीय सम्मान है जो दुनिया भर के विभिन्न देशों ने पीएम मोदी को प्रदान किया है. इससे पहले रविवार को पीएम मोदी ने मिस्र की ऐतिहासिक 11वीं सदी की अल-हकीम मस्जिद और काहिरा में हेलियोपोलिस कॉमनवेल्थ वॉर कब्रिस्तान का दौरा किया. पीएम मोदी ने मिस्र के राष्ट्रपति से भी बातचीत की, गौरतलब है कि मिस्र के राष्ट्रपति के न्यौते पर ही पीएम मोदी मिस्र पहुंचे हैं. यह 26 वर्षों में किसी भारतीय प्रधान मंत्री की मिस्र की पहली द्विपक्षीय यात्रा है.
अल-सिसी का सितंबर में जी-20 शिखर सम्मेलन के लिए भारत की यात्रा करने का भी कार्यक्रम है जहां मिस्र को विशेष अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया है. बताते चलें कि इमाम अल-हकीम बी अम्र अल्लाह मस्जिद मिस्र की राजधानी काहिरा के मध्य में लगभग 1,000 साल पुरानी इमारत है. अपने दौरे के दौरान प्रधान मंत्री ने मस्जिद की दीवारों और दरवाजों पर जटिल नक्काशीदार शिलालेखों की सराहना भी की.
13,560 वर्ग मीटर क्षेत्र में फैली इस मस्जिद का पुनर्निर्माण भारत के दाऊदी बोहरा समुदाय की मदद से किया गया है. उन्होंने 1970 के बाद इस मस्जिद का जीर्णोद्धार किया और तब से इसका रखरखाव कर रहे हैं.
हेलियोपोलिस युद्ध कब्रिस्तान में पीएम मोदी ने प्रथम विश्व युद्ध के दौरान शहीद हुए भारतीय सैनिकों को श्रद्धांजलि दी. यह स्मारक लगभग 4,000 भारतीय सैनिकों की याद दिलाता है जो प्रथम विश्व युद्ध में मिस्र और फिलिस्तीन में लड़ते हुए मारे गए थे.