देश में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार को देश के अलग-अलग राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ ऑनलाइन बैठक की. हालांकि, इस मीटिंग में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल शामिल नहीं हुए. पीएम की इस मीटिंग में देश में कोविड के हालात पर प्रेजेंटेशन दिया गया, जिसमें बताया गया है कि देश के 70 जिलों में कोरोना 150 प्रतिशत से ज्यादा कोरोना बढ़ा है. इसमें पश्चिमी भारत के ज्यादातर जिले हैं.
पीएम ने आंकड़े पेश किए जाने के बाद मुख्यमंत्रियों से कहा कि कोरोना को लेकर अभी भी उतनी ही सतर्कता और गंभीरता दिखाने की जरूरत है, जितनी एक साल से दिखाई जा रही है. उन्होंने कहा कि टेस्टिंग, ट्रैकिंग और ट्रीटमेंट को लेकर उतनी ही गंभीरता दिखाई जाए और छोटे शहरों में टेस्टिंग बढ़ाई जाए.
महाराष्ट्र की हालत ज्यादा चिंताजनक है. यहां पहले की तुलना में अभी एक दिन में लगभग दोगुने मामले सामने आ रहे हैं. अभी 60 प्रतिशत एक्टिव मामले और मृत्यु के 45 प्रतिशत मामले महाराष्ट्र में हैं. ये 15 मार्च तक के आकड़ों के मुताबिक की स्थिति है.
अधिकारियों ने जानकारी दी है कि पंजाब, गुजरात और छत्तीसगढ़ में भी यही हाल हैं. इन राज्यों में भी मामले तेजी से बढ़े हैं. विशेषज्ञों की सलाह है कि पंजाब में टेस्ट बढ़ाने होंगे. यहां RTPCR टेस्ट बढ़ाने की जरूरत है. जानकारी है कि मध्य प्रदेश, राजस्थान, गुजरात और महाराष्ट्र ऐसे राज्य जहां टीकाकरण अच्छे से हुआ है.
बता दें कि पिछले साल मार्च के कोरोना के प्रसार के साथ पीएम लगातार कोरोना पर मुख्यमंत्रियों के साथ मीटिंग करते रहे हैं. इस मीटिंग में केंद्र का फोकस कोरोना के बढ़ते मामलों से जूझ रहे राज्यों का जायजा लेना और वैक्सीनेशन प्रोग्राम में तेजी लाना है.