कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने आज रायबरेली लोकसभा सीट (Rae Bareli Lok Sabha seat) से पर्चा दाखिल किया. काफी सस्पेंस के बाद कांग्रेस ने राहुल गांधी को अमेठी की जगह रायबरेली से उतारा. इसके बाद बीजेपी ने एक बार फिर से राहुल गांधी पर हार की डर से अमेठी और वायनाड छोड़कर रायबरेली से लड़ने का आरोप लगाया. गृह मंत्री अमित शाह (Home Minister Amit Shah) ने तंज कसते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक बार में चंद्रयान लॉन्च कर दिया, लेकिन सोनिया गांधी बेटे को बार-बार लॉन्च कर रही हैं और ये इक्कीसवां प्रयास है लेकिन वो सफल नहीं हो रहा है.
अमित शाह ने कहा कि हमारे सामने ये घमंडिया गठबंधन ‘इंडी' चुनाव लड़ रहा है. कांग्रेस पार्टी के 'शहजादे' राहुल गांधी ने चुनाव अभियान की शुरुआत 'भारत जोड़ो यात्रा' से की थी, लेकिन इसका समापन अगली चार जून को 'कांग्रेस ढूंढो यात्रा' से होगा.
उन्होंने दावा किया, ''दो चरण के चुनाव में कांग्रेस दूरबीन से भी नजर में नहीं आ रही है और नरेन्द्र मोदी सेंचुरी मारकर 400 की दौड़ में बहुत आगे निकल गए हैं.''
इस बार भी दो सीटों से लड़ रहे हैं राहुल
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी इस बार भी दो लोकसभा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं. राहुल गांधी 2004 से लगातार तीन बार अमेठी निर्वाचन क्षेत्र से संसद सदस्य चुने गए थे. वह 2019 में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की नेता स्मृति ईरानी से चुनाव हार गए थे. वह वर्तमान में केरल के वायनाड निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं. इस बार भी राहुल वायनाड से चुनाव मैदान में हैं. अब कांग्रेस ने उन्हें रायबरेली लोकसभा सीट से भी चुनाव मैदान में उतार दिया है.
पिछले दो दशकों से रायबरेली लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व उनकी मां सोनिया गांधी करती रही हैं. वहीं अमेठी लोकसभा सीट से कांग्रेस ने गांधी परिवार के करीबी सहयोगी किशोरी लाल शर्मा को मैदान में उतारा है.
सात चरण में हो रहे लोकसभा चुनाव के पांचवें चरण में इन दोनों सीट पर 20 मई को मतदान होगा.