प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज से शुरू हो रहे बजट सत्र के शुरू होने से पहले इशारों-इशारों उन विदेशी ताकतों पर निशाना साधा है, जो बीते कई सालों से भारतीय अर्थव्यस्था को नुकसान पहुंचाने की कोशिश में लगे हैं. पीएम मोदी ने कहा कि 2014 से लेकर अब तक ये पहला ऐसा सत्र होने जा रहा है जब सत्र शुरू होने कुछ दिन पहले कोई विदेशी चिंगारी नहीं भड़की है. और विदेश से बैठकर आग लगाने की कोशिश नहीं हुई है. 2014 से मैं देख रहा हूं कि हर सत्र से पहले कुछ लोग शरारत करने के लिए तैयार बैठे रहते हैं. ये पहला सत्र है जिसके पहले ऐसा कुछ नहीं हुआ है.
नरेंद्र मोदी, प्रधानमंत्री
पीएम मोदी ने विपक्ष पर भी साधा निशाना
पीएम मोदी ने अपने संबोधन के दौरान इशारों में इशारों में विपक्षी दलों पर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा कि विदेश से लगाई जाने वाली चिंगारी को हवा देने वालों की भी कमी नहीं है. 2014 से मैं देख रहा हूं हर सत्र से पहले लोग शरारत करने के लिए तैयार बैठे रहते हैं और यहां हवा देने वालों की भी कोई कमी नहीं है. ये पहला सत्र है कि इसमें कोई विदेशी चिंगारी नहीं दिख रही है.
'मां लक्ष्मी की प्रेरणा बनी रहे'
संसद के बजट सत्र से पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि वह मां लक्ष्मी से प्रार्थना करते हैं कि वे गरीबों और मध्यम वर्ग पर कृपा बरसाएं. उन्होंने कहा कि मैं विश्वास के साथ कह सकता हूं कि यह बजट सत्र ‘विकसित भारत' के हमारे लक्ष्य को प्राप्त करने में नया आत्मविश्वास, ऊर्जा का संचार करेगा. इस सत्र में हमेशा कि तरह ही कई ऐतिहासिक बिल पर सदन में चर्चा होगी और व्यापक मंथन के साथ वो राष्ट्र की ताकत बढ़ाने वाला कानून बनेंगे. विशेष कर नारीशक्ति के गौरव को पुन: स्थापित किया जाएगा.
VIDEO: बजट से पहले PM Modi ने बताया, कैसा रहेगा सत्र... किन मुद्दों पर होगा Focus
'विकसित भारत की ओर हम'
पीएम मोदी ने विकसित भारत का जिक्र करते हुए कहा कि ऐसे अवसर पर सदियों से हमारे यहां मां लक्ष्मी का स्मरण किया जाता है. मां लक्ष्मी हमें सिद्धी और विवेक देती है. समृद्धि और कल्याण भी देती है. मैं मां लक्ष्मी से प्रार्थना करता हूं कि देश के हर गरीब एवं मध्यम वर्ग समुदाय पर मां लक्ष्मी की विशेष कृपा रहे. साथियों हमारे गणतंत्र के 75 वर्ष पूरे हुए हैं और ये हर देशवासियों के लिए सर्वाधिक गौरव पूर्ण है. ये देश की जनता ने मुझे तीसरी बार ये दायित्व दिया है और तीसरे कार्यकाल का यह पहला पूर्ण बजट है. और मैं विश्वास से कह सकता हूं कि 2047 जब आजादी के 100 साल होंगे, विकसित भारत का संकल्प जो देश ने लिया है. ये बजट एक नया विश्वास पैदा करेगा, नई ऊर्जा देगा.'