प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी फ्रांस और संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) की ‘‘सफल'' यात्रा के बाद शनिवार को स्वदेश लौट आए. मोदी फ्रांस के राष्ट्रीय दिवस समारोह के तहत शुक्रवार को पेरिस में आयोजित बैस्टिल दिवस परेड में राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रों के साथ विशिष्ट अतिथि के तौर पर शामिल हुए थे. भारत और फ्रांस की रणनीतिक साझेदारी की 25वीं वर्षगांठ के मौके पर तीनों सेनाओं के एक दल ने भी इस परेड में हिस्सा लिया था. उनकी इस यात्रा के दौरान, भारत और फ्रांस ने अंतरिक्ष, नागरिक उड्डयन, संग्रहालय विज्ञान, पेट्रोलियम और व्यापार जैसे विविध क्षेत्रों में कई समझौतों पर हस्ताक्षर किए.
भारत और यूएई ने कारोबारी लेन-देन अपनी मुद्राओं में शुरू करने और भारत की एकीकृत भुगतान प्रणाली यूपीआई को यूएई के तत्काल भुगतान मंच आईपीपी से जोड़ने और आईआईटी दिल्ली का एक परिसर अबू धाबी में स्थापित करने पर शनिवार को सहमति जताई.
इन आशय के समझौता ज्ञापनों (एमओयू) पर प्रधानमंत्री मोदी की यूएई यात्रा के दौरान हस्ताक्षर किए गए.
अपनी यात्रा के दौरान मोदी ने यूएई के राष्ट्रपति शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाह्यान के साथ बहुआयामी द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत बनाने को लेकर चर्चा की.
मोदी ने यूएई में होने वाले संयुक्त राष्ट्र जलवायु सम्मेलन के नामित अध्यक्ष सुल्तान अल जाबेर से भी मुलाकात की.
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने प्रधानमंत्री की फ्रांस और संयुक्त अरब अमीरात की यात्रा को ‘‘सफल'' बताया.
बागची ने कहा, ‘‘इस यात्रा को परिवर्तनकारी परिणामों से परिभाषित किया जा सकता है.''
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