जी-20 की अध्यक्षता के दौरान भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बायो फ्यूल अलायंस की घोषणा की है. पत्रकार हरकिशन शर्मा ने एनडीटीवी के साथ खास बातचीत में विस्तार से इसकी जानकारी दी कि ये ग्लोबल बायो फ्यूल अलायंस क्या होता है? उन्होंने बताया कि भारत, अमेरिका, इटली, ब्राजील और संयुक्त अरब अमीरात समेत जी20 के सात देश और चार आमंत्रित देश ने मिलकर इस बायो फ्यूल अलायंस की शुरुआत की है. इसका उद्देश्य है कि दुनियाभर में कार्बन आधरित ईंधन की खपथ को कम करना और जैव ईंधन जैसे इथेनॉल की खपथ को बढ़ाना.
हरकिशन शर्मा ने बताया कि भारत ने महत्वाकांक्षी लक्ष्य रखा है कि 2025-26 तक पेट्रोल में 20 प्रतिशत तक इथेनॉल मिलाकर इंधन उपलब्ध कराना है, जो फिलहाल 10 से 11% तक है. हालांकि कुछ शहरों में 20 प्रतिशत तक इथेनॉल मिला इंधन मिलता है, लेकिन इसे पूरे देश में उपलब्ध कराने का लक्ष्य है. इस दृष्टि से ये अलायंस बहुत महत्वपूर्ण है, क्योंकि इससे भारत को इस क्षेत्र में निवेश बढ़ाने में, नई प्रौद्योगिकी हासिल करने में और व्यापक सहयोग बनाने में इससे मदद मिलेगी.
उन्होंने बताया कि पूरी दुनिया के बॉयो फ्यूल का 80 फीसदी उत्पादन अमेरिका, ब्राजील और भारत में होता है. अमेरिका में विश्व के 50 प्रतिशत बॉयो फ्यूल का उत्पादन होता है. वहीं ब्राजील इसका 30 फीसदी उत्पादन करता है, वहीं भारत की हिस्सेदारी इसमें फिलहाल 3 प्रतिशत है. उत्पाद के साथ ही 80 फीसदी उपभोग भी इन्हीं तीन देशों में है. उन्होंने बताया कि भारत भी अब जल्द ही बॉयो फ्यूल का बड़ा उत्पादक और उपभोग देश बन जाएगा.
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