"कोरोना की दूसरी लहर के खिलाफ उत्तर प्रदेश की लड़ाई अभूतपूर्व", वाराणसी में बोले पीएम मोदी

प्रधानमंत्री ने कहा कि काशी नगरी आज पूर्वांचल का बहुत बड़ा ‘‘मेडिकल हब’’ बन रही है और जिन बीमारियों के इलाज के लिए कभी दिल्ली और मुंबई जाना पड़ता था, उनका इलाज आज काशी में भी उपलब्ध है.

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पीएम मोदी ने अपने संसदीय क्षेत्र में 1500 करोड़ रुपये की विभिन्न विकास परियोजनाओं का उद्घाटन किया.
वाराणसी:

कोविड-19 के खिलाफ उत्तर प्रदेश की लड़ाई को ‘‘अभूतपूर्व'' करार देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बृहस्पतिवार को कहा कि कोरोना वायरस के खतरनाक स्वरूप ने पूरी ताकत के साथ हमला किया था, लेकिन प्रदेश ने पूरे सामर्थ्य के साथ इतने बड़े संकट का मुकाबला किया. अपने संसदीय क्षेत्र में 1500 करोड़ रुपये की विभिन्न विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करने के बाद अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने महामारी के खिलाफ काशी क्षेत्र में किए गए प्रयासों की भी जमकर सराहना की. उन्होंने कहा, ‘‘मुश्किल समय में भी काशी ने दिखा दिया है कि वह रुकती नहीं है और वह थकती भी नहीं है.'' उन्होंने कहा कि पिछले कुछ महीने पूरी मानव जाति के लिए बहुत मुश्किल भरे रहे हैं और इस दौरान कोरोना वायरस के बदलते हुए और खतरनाक रूप ने पूरी ताकत के साथ हमला किया.

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उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन काशी सहित अपने उत्तर प्रदेश ने पूरे सामर्थ्य के साथ इतने बड़े संकट का मुकाबला किया. देश का सबसे बड़ा प्रदेश जिसकी आबादी दुनिया के दर्जनों बड़े-बड़े देशों से भी ज्यादा होगी, वहां कोरोना की दूसरी लहर को जिस तरह संभाला, उत्तर प्रदेश में जिस प्रकार कोरोना को फैलने से रोका, वह अभूतपूर्व है.'' प्रधानमंत्री ने पूर्ववर्ती सरकारों के दौरान फैलने वाले दिमागी बुखार व इसेंफेलाइटिस जैसी बीमारियों का उल्लेख करते हुए लोगों को याद दिलाया कि ‘‘वरना उत्तर प्रदेश के लोगों ने वह दौर भी देखा है.'' उन्होंने कहा, ‘‘पहले के दौर में स्वास्थ्य सुविधाओं की कमी और इच्छाशक्ति के अभाव में छोटे-छोटे संकट भी उत्तर प्रदेश में विकराल हो जाते थे. यह तो 100 साल में पूरी दुनिया पर आई सबसे बड़ी महामारी है. इसलिए कोरोना से निपटने में उत्तर प्रदेश के प्रयास उल्लेखनीय हैं.'' 

कोरोना के खिलाफ काशी प्रशासन के प्रयासों की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि उन्होंने दिन-रात कड़ी मेहनत कर यहां स्वास्थ्य की व्यवस्थाएं खड़ी कीं. उन्होंने कहा, ‘‘कठिन समय था, लेकिन आपने प्रयासों में कोई कमी नहीं छोड़ी. आप सभी के ऐसे ही कार्यों का नतीजा है कि आज उत्तर प्रदेश कोरोना की सबसे ज्यादा जांच करने वाला राज्य है. आज उत्तर प्रदेश पूरे देश में सबसे ज्यादा टीकाकरण करने वाला राज्य है. सबको टीका और मुफ्त टीका अभियान के माध्यम से गरीब, मध्यमवर्ग, किसान, नौजवान सभी को सरकार द्वारा मुफ्त टीका लगाया जा रहा है. प्रधानमंत्री ने दावा किया कि उत्तर प्रदेश के गांवों में स्वास्थ्य केंद्र की स्थापना हो या राज्य में अस्पतालों का निर्माण, राज्य में चिकित्सा संसाधनों में अभूतपूर्व सुधार हो रहा है.

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उन्होंने कहा, ‘‘चार साल पहले तक जहां उत्तर प्रदेश में दर्जनभर मेडिकल कॉलेज हुआ करते थे, उनकी संख्या आज करीब करीब चार गुना हो चुकी है. बहुत सारे चिकित्सा कॉलेजों का निर्माण अपने अलग-अलग चरणों में है. अभी उत्तर प्रदेश में करीब 550 से अधिक ऑक्सीजन संयंत्र बनाने का काम भी तेजी से चल रहा है.'' उन्होंने कहा कि ऑक्सीजन और आईसीयू जैसी सुविधाएं निर्मित करने का जो बीड़ा उत्तर प्रदेश सरकार ने उठाया है वह सराहनीय है.

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प्रधानमंत्री ने कहा कि काशी नगरी आज पूर्वांचल का बहुत बड़ा ‘‘मेडिकल हब'' बन रही है और जिन बीमारियों के इलाज के लिए कभी दिल्ली और मुंबई जाना पड़ता था, उनका इलाज आज काशी में भी उपलब्ध है. उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश आज देश के अग्रणी निवेश केंद्र के रूप में उभर रहा है और कुछ साल पहले तक जिस प्रदेश में व्यापार-कारोबार करना मुश्किल माना जाता था, आज वह ‘‘मेक इन इंडिया'' के लिए पसंदीदा जगह बन रहा है. उन्होंने कहा, ‘‘देश में आधुनिक कृषि संसाधन के लिए जो एक लाख करोड़ रुपए का विशेष फंड बनाया गया है, उसका लाभ अब हमारी कृषि मंडियों को भी मिलेगा. यह देश की कृषि मंडियों के तंत्र को आधुनिक और सुविधा संपन्न बनाने की तरफ एक बड़ा कदम है.''

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प्रधानमंत्री ने कहा कि काशी और पूरे उत्तर प्रदेश के विकास के इतने सारे कामों की चर्चा उन्होंने की, लेकिन यह सूची इतनी लंबी है कि वह जल्दी खत्म ही नहीं होगी. उन्होंने कहा, ‘‘जब समय का अभाव होता है तो मुझे भी कई बार सोचना पड़ता है कि उत्तर प्रदेश के कौन से विकास कार्यों की चर्चा करूं, कौन से कार्यों को छोड़ूं.'' उन्होंने कहा कि ऐसा नहीं है कि 2017 से पहले उत्तर प्रदेश के लिए योजनाएं नहीं आती थीं या केंद्र से पैसा नहीं भेजा जाता था. तब भी दिल्ली से इतने ही तेज प्रयास होते थे, लेकिन तब लखनऊ में उनमें रोड़ा लग जाता था. कार्यक्रम में उपस्थित मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सराहना करते हुए उन्होंने कहा, ‘‘आज योगी जी खुद कड़ी मेहनत कर रहे हैं. उत्तर प्रदेश में सरकार आज भ्रष्टाचार और भाई-भतीजावाद से नहीं विकासवाद से चल रही है. इसीलिए, आज यहां जनता की योजनाओं का लाभ सीधा जनता को मिल रहा है. इसीलिए, आज यहां नए-नए उद्योगों के लिए निवेश हो रहा है, रोजगार के अवसर बढ़ रहे हैं.''

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प्रधानमंत्री ने कहा कि जिस उत्तर प्रदेश में पहले माफियाराज और आतंकवाद बेकाबू रहा करते थे वहां आज कानून का राज है और ऐसे लोगों पर कानून का शिकंजा है. उन्होंने कहा, ‘‘बहनों-बेटियों की सुरक्षा को लेकर मां-बाप हमेशा जिस तरह डर और आशंकाओं में जीते थे, वो स्थिति भी बदली है.'' इससे पहले, प्रधानमंत्री ने बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय में 100 बिस्तरों वाले एमसीएच विंग, गोदौलिया में एक बहु–स्तरीय ‘पार्किंग', गंगा नदी में पर्यटन के विकास के लिए रो-रो नौकाओं और वाराणसी-गाजीपुर राजमार्ग पर तीन-लेन वाले फ्लाईओवर पुल समेत विभिन्न सार्वजनिक परियोजनाओं एवं कार्यों का उद्घाटन किया. ये लगभग 744 करोड़ रुपये की लागत की परियोजनाएं हैं.

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उन्होंने लगभग 839 करोड़ रुपये की लागत की कई परियोजनाओं और सार्वजनिक कार्यों की आधारशिला भी रखी. इनमें ‘सेंटर फॉर स्किल एंड टेक्निकल सपोर्ट ऑफ सेंट्रल इंस्टीच्यूट ऑफ पेट्रोकेमिकल इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी' (सीआईपीईटी), जल जीवन मिशन के तहत 143 ग्रामीण परियोजनाएं और कारखियांव में आम एवं सब्जी के लिए एकीकृत पैक हाउस शामिल हैं. प्रधानमंत्री के साथ उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी मौजूद थे .

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(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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