PM Narendra Modi at NDTV World Summit: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) को देश की जनता ने लगातार तीसरी बार मौका दिया है. देश का हर नागरिक चाहता है कि भारत का भविष्य बेहतर हो और दुनिया के कोने-कोने तक हमारे देश का डंका बजे. पीएम मोदी और मोदी सरकार की भी यही कोशिश है. एनडीटीवी वर्ल्ड समिट में पीएम मोदी ने तीन जरूरी सूत्र बताए हैं, जो 21वीं सदी में भारत के बेहतर भविष्य के लिए बेहद जरूरी होंगे.
पीएम मोदी ने समिट के दौरान 21वीं सदी को मानव इतिहास का सबसे महत्वपूर्ण समय बताया और कहा कि इस सदी की तीन बड़ी जरूरतें हैं और तीनों मानवता के बेहतर भविष्य के लिए बेहद जरूरी हैं. यह तीन शर्तें हैं- स्थिरता, स्थायित्व और समाधान.
'स्थायित्व' हमारी प्लानिंग के कोर में : PM मोदी
उन्होंने कहा, "भारत आज यही प्रयास कर रहा है. इसमें भारत की जनता का एकनिष्ठ समर्थन है. छह दशक में पहली बार देश के लोगों ने लगातार तीसरी बार किसी सरकार को अपना जनादेश दिया है. ये स्थिरता का संदेश है. अभी हरियाणा में चुनाव हुए, जिसमें भारत की जनता ने स्थिरता के इस भाव को और मजबूत ही किया है."
प्रधानमंत्री ने कहा, "ग्लोबल क्लाइमेट चेंज में भारत का योगदान न के बराबर है. फिर भी भारत में हमने ग्रीन ट्रांजिशन को अपनी ग्रोथ का ईंधन बनाया है. 'स्थायित्व' हमारी प्लानिंग के कोर में है." आप हमारी 'पीएम सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना' को देख लें. खेतों में सोलर पंप लगाने की स्कीम को देख लें, या इथेनॉल ब्लेंडिंग प्रोग्राम हो, बड़े बड़े पवन ऊर्जा फार्म हो, या एलईडी लाइट्स मूवमेंट हों, सोलर पॉवर हो या बायोगैस प्लांट पर फोकस हो, आप हमारा कोई भी प्रोग्राम देख लीजिए, सभी में ग्रीन भविष्य को लेकर एक मजबूत प्रतिबद्धता ही पाएंगे."
भारत की पहल समाधान देने वाली : PM मोदी
पीएम मोदी ने कहा कि स्थिरता और स्थायित्व के साथ-साथ भारत आज समाधान पर भी फोकस कर रहा है. उन्होंने कहा, "बीते दशक में भारत ने ऐसे कई समाधान पर काम किया है जो ग्लोबल चुनौती से निपटने के लिए जरूरी है. इसके लिए इंटरनेशनल सोलर एलायंस हो, इंडिया मिडिल ईस्ट इकोनॉमिक कॉरिडोर हो, ग्लोबल बायोफ्यूल एलायंस हो, आयुर्वेदा हो, मिशन लाइफ हो, मिशन मिलेट्स हो, भारत की तरफ से की गई सभी पहल दुनिया की चुनौतियों के लिए एक समाधान देने वाली हैं."
भारत के बढ़ने से दुनिया को फायदा : PM मोदी
उन्होंने कहा, "भारत का बढ़ता सामर्थ्य दुनिया की बेहतरी को सुनिश्चित करता है. भारत जितना आगे बढ़ेगा, दुनिया को उतना ही फायदा होगा."
साथ ही प्रधानमंत्री ने 21वीं सदी में भारत की भूमिका को लेकर कहा कि हमारा प्रयास होगा कि भारत की सेंचुरी सिर्फ भारत की नहीं, बल्कि दुनिया की सेंचुरी बने. एक ऐसी सदी जो सभी की प्रतिभा से आगे बढ़े, जो सभी के इनोवेशन से समृद्ध हो, जहां गरीबी न हो, सभी के पास आगे बढ़ने के अवसर हो. एक ऐसी सदी जिसमें भारत के प्रयासों से दुनिया में स्थिरता आए और विश्व शांति को बढ़ावा मिले.