नोबेल पुरस्कार से सम्मानित अर्थशास्त्री मोहम्मद यूनुस (Muhammad Yunus) ने बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के प्रमुख के रूप में शपथ ले ली है. यूनुस (84) को राष्ट्रपति मोहम्मद शहाबुद्दीन ने राष्ट्रपति भवन ‘बंगभवन' में आयोजित एक समारोह में पद की शपथ दिलाई. मोहम्मद यूनुस के प्रमुख बनने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें बधाई दी है और जल्द ही बांग्लादेश में हालात में सुधार की उम्मीद जतायी है.
प्रधानमंत्री मोदी ने सोशल मीडिया साइट एक्स पर लिखा है कि प्रोफेसर मुहम्मद यूनुस को उनकी नई जिम्मेदारियां संभालने पर मेरी शुभकामनाएं. हम हिंदुओं और अन्य सभी अल्पसंख्यक समुदायों की सुरक्षा सुनिश्चित करते हुए सामान्य स्थिति में शीघ्र वापसी की उम्मीद करते हैं. भारत शांति, सुरक्षा और विकास के लिए मिलकर काम करने को लेकर प्रतिबद्ध है.
मोहम्मद यूनुस की अंतरिम सरकार में शामिल किए गए हैं ये लोग
- सलाउद्दीन अहमद (बांग्लादेश बैंक के पूर्व गवर्नर)
- डॉ. आसिफ नजरूल (ढाका यूनिवर्सिटी लॉ डिपार्टमेंट के प्रोफेसर)
- अदिलुर रहमान खान (सचिव, ओधिकार)
- एएफ हसन आरिफ (पूर्व अटॉर्नी जनरल और कार्यवाहक सरकार के पूर्व सलाहकार)
तौहीद हुसैन (पूर्व विदेश सचिव) - सइदा रिजवाना हसन (बांग्लादेश एनवायन्मेंटल लॉयर्स एसोशिएशन-BELA के चीफ एग्जिक्यूटिव)
- ब्रिगेडियर जनरल (रिटायर्ड) एम सखावत हुसैन (पूर्व चुनाव आयुक्त)
- फरीदा अख्तर (रिसर्च ऑन डेवलपमेंट अल्टरनेटिव्स UBIG की एग्जिक्यूटिव डायरेक्टर)
- खालिद हसन (हिफाजते इस्लाम बांग्लादेश के पूर्व नायब अमीर)
- नूर जहां बेगम (ग्रामीण बैंक के पूर्व मैनेजिंग डायरेक्टर)
- ब्रती शर्मिन मुर्शीद (ब्रती के चीफ एग्जिक्यूटिव ऑफिसर)
- नाहिद इस्लाम (छात्र आंदोलन के को-ऑर्डिनेटर)
- आसिफ महमूद (छात्र नेता)